एक मुस्लिम उपदेशक को इस्लामिक स्टेट समूह के लिए युवा लड़ाके भर्ती करने के लिए आॅस्ट्रिया में 20 साल जेल की सजा सुनाई गई है। लोक अभियोजक के अनुसार, 34 साल के इस उपदेशक ने 14 साल से 30 साल की उम्र के दर्जनों लोगों का ‘ब्रेनवॉश’ किया और इनमें से कई लोगों को सीरिया में जिहादी संगठन के साथ लड़ने के लिए भर्ती किया। दक्षिणी शहर गराज की एक अदालत ने एबु तेज्मा नामक उपदेशक को एक आतंकी संगठन से जुड़े होने और आतंकी हमलों को भड़काने का दोषी ठहराया। उसके खिलाफ यह मामला फरवरी के बाद से चल रहा था।
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अभियोजन पक्ष ने कहा कि तेज्मा युगोस्लाविया के विघटन के बाद बोस्निया से वियना आ गया था। उसने विभिन्न आॅस्ट्रियाई और दक्षिणी जर्मन शहरों में उपदेश दिए। वह आईएस के दुष्प्रचार की एक अहम हस्ती बन गया था। उसे वर्ष 2014 में आॅस्ट्रिया के जिहादी नेटवर्कों पर कार्रवाई के दौरान गिरफ्तार किया गया। उसने अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों से इंकार किया है।
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दूसरे आरोपी को 10 साल की सजा सुनाई गई। इस व्यक्ति को लड़ाकों की नियुक्ति करने और सीरिया में आईएस के हमलों में शामिल होने के लिए यह सजा सुनाई गई। जिहाद में लिप्त होने या इसे बढ़ावा देने के सिलसिले में आॅस्ट्रिया में कई मुकदमे चल रहे हैं। गृह मंत्रालय के अनुसार, अधिकारियों को संदेह है कि जिहाद संबंधी गतिविधियों से जुड़े लगभग 250 लोगों में से अधिकतर लोग चेचन्या और बोस्निया के हैं। आॅस्ट्रिया से यात्रा करने वाले कम से कम 40 लोग आईएस से लड़ते हुए मारे गए हैं।