आईएसआईएस आतंकी समूह अपराध , मादक द्रव्य अथवा गिरोहों से मुक्ति की संभावना तलाश रहे युवाओं को ‘जिहाद’ शामिल कर रहा है। एक मीडिया रिपोर्ट में आज यह खुलासा किया गया है। इसे अपराध और आतंक का एक नया खतरनाक गठजोड बताते हुए टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक, आधे से आधे यूरोपीय जिहादियों का आपराधिक इतिहास रहा हैं। लंदन से ब्रिटिश ईएसआईएस लड़ाकों के समूह रायत अल-तौहीद द्वारा फेसबुक पर एक नकाबपोश लड़ाकों की तस्वीर साझा की गई है जिसमें खुद को ‘अल्लाह की पताका ’ कहा गया है।उस पोस्ट में नारा लिखा गया है, ‘‘ कभी कभी सबसे खराब अतीत भविष्य वाले बेहतरीन भविष्य का निर्माण करते हैं।’ रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘ उनका लक्ष्य वे युवा हैं जो अपराध , मादक द्रव्य अथवा गिरोहों से मुक्ति पाने की संभावना तलाश रहे हैं और आतंकी समूह उन्हें तथाकथित इस्लामिक स्टेट के लिए जिहाद में शामिल करने का प्रयास कर रहा है।’