Iran’s Supreme Leader Ali Khamenei: इजराइल से जंग के बीच ईरान की राजनीति में एक बड़े बदलाव के संकेत मिल रहे हैं। ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने दूसरे बेटे मोजतबा खामेनेई को कथित तौर पर उनका उत्तराधिकारी चुना गया है। यह बात इजरायली मीडिया आउटलेट वाईनेट न्यूज ने ईरान इंटरनेशनल के हवाले से कही है। ऐसा दावा किया गया है कि अधिकारियों ने पिछले महीने एक सीक्रेट मीटिंग के दौरान खामेनेई के उत्तराधिकारी का चुनाव किया।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान में सुप्रीम लीडर का चुनाव असेंबली ऑफ एक्सपर्ट्स के द्वारा किया जाता है। ईरान में सर्वोच्च नेता बनने के लिए दो-तिहाई वोट हासिल करना अहम है। दरअसल असेंबली ऑफ एक्सपर्ट्स 86 मौलवियों का एक ग्रुप है। हर 8 साल में इनका चुनाव होता है। लेकिन इनके चुने जाने में गार्जियन काउंसिल की बड़ी भूमिका होती है। हालांकि, ईरानी अधिकारियों की तरफ से उनके स्वास्थ्य में किसी और गिरावट के बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि या बयान नहीं आया है।
कौन हैं मोजतबा खामेनेई?
अब मोजतबा खामेनेई की बात करें तो वह ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह खामेनेई के दूसरे बेटे हैं। वह 1969 में मशहद में जन्मे थे। धर्मशास्त्र में उन्होंने ग्रेजुएशन किया था। उन्होंने 1999 में मौलवी बनने के लिए कोम में पढ़ाई की। वह अपने पिता की तरह ही इस्लाम के जानकार हैं। साथ ही पिछले दो सालों के दौरान मोजतबा खामेनेई ने कथित तौर पर ईरान के शासन के अंदर बेहद एक्सपीरियंस हासिल किया। हालांकि, उन्हें सार्वजनिक रूप से शायद ही कभी देखा जाता है, लेकिन उन्हें 2009 के चुनाव के बाद के विरोध प्रदर्शनों को दबाने में उनकी कथित भूमिका के लिए जाना जाता है।
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खामेनेई कब से इस पद पर काबिज
अयातुल्लाह खामेनेई का इस्लामिक क्रांति में अहम रोल था। उन्होंने 1989 में रुहोल्लाह खुमैनी के निधन के बाद से ईरान के सुप्रीम लीडर का पद संभाला था। इस पद पर वह करीब 35 सालों से बने हुए हैं। 35 सालों के उनके कार्यकाल ने उन्हें मिडिल ईस्ट में सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले राष्ट्राध्यक्ष बना दिया है। ईरानी क्रांति के बाद जून 1981 में उन की हत्या की कोशिश की गई थी। इसमें उनका दाहिना हाथ लकवाग्रस्त हो गया।
