इजरायल और हिजबुल्ला के बीच एक बार फिर युद्ध छिड़ने के आसार बन गए हैं। दरअसल हिजबुल्ला चीफ हसन नसरल्ला ने इजरायल के ड्रोन हमले के बाद उसे धमकी दी है और कहा है कि वह ऐसे हमलों को रोकने के लिए ‘सबकुछ’ करेगा। हिजबुल्ला ने इजरायल को आज रात से तैयार रहने की धमकी दी है। बता दें कि हिजबुल्ला एक राजनैतिक संगठन है, जिसे इजरायल और अमेरिका आतंकी संगठन मानते हैं।

लेबनान की राजधानी बेरूत में हिजबुल्ला के दबदबे वाले क्षेत्र में इजराइल के दो ड्रोनों को नष्ट कर दिया गया था। लेबनान और हिजबुल्ला के अधिकारियों ने बताया कि पहला ड्रोन संगठन के मीडिया कार्यालय भवन की छत पर, दूसरा इसके पीछे के एक भूखंड पर गिरा। ईरान समर्थित संगठन हिजबुल्ला के प्रमुख हसन नसरल्ला का दावा है कि इस घटना में हिजबुल्ला के दो समर्थक मारे गए हैं।

यह घटना ऐसे वक्त हुई है, जब इजराइल और ईरान के बीच तनाव चरम पर है। कुछ वक्त पहले ही इजराइली जंगी जहाजों ने सीरिया की राजधानी दमिश्क के पास हमले किए थे। इजराइली विमानों ने लेबनान के हवाई क्षेत्र का उल्लंघन करते हुए रविवार को भी उड़ानें जारी रखी। ड्रोन नष्ट किए जाने के बाद कई विमान बेरूत में बहुत नीचे से उड़ान भर रहे थे। इन घटनाओं के कारण बड़े टकराव की आशंका है ।

लेबनान की सेना ने एक बयान में कहा कि इजराइल का एक विमान बेरूत में नीचे गिरा जबकि दूसरे में हवा में विस्फोट हुआ। इसके कारण संपत्ति को नुकसान हुआ है। लेबनान के प्रधानमंत्री साद हारिरी ने दोनों ड्रोनों से जुड़ी घटना को लेबनान की संप्रभुता का उल्लंघन बताया है। उन्होंने कहा कि यह घटना क्षेत्रीय स्थिरता को नुकसान पहुंचाने तथा हालात को और भड़काने की कोशिश है ।

वहीं हिजबुल्ला चीफ हसन नसरल्ला ने ड्रोन हमलों के बाद टेलीविजन पर प्रसारित हुए अपने एक भाषण में कहा है कि साल 2006 में इजरायल और हिजबुल्ला के बीच हुई लड़ाई के बाद यह इस तरह की पहली घटना है। नसरल्ला ने कहा कि इजरायल ने ड्रोन अटैक से यूएन काउंसिल रिजोल्यूशन को तोड़ा है। इसी रिजोल्यूशन के जरिए इजरायल और हिजबुल्ला के बीच युद्ध विराम हुआ था। बता दें कि साल 2006 में 33 दिन चले इस युद्ध में लेबनान के 1200 लोग मारे गए थे, वहीं इजरायल के 160 लोग इस लड़ाई में मारे गए थे।