ब्रिटेन की संसद के बाहर हुए भयानक आतंकी हमले के बाद दिल को छ्र जाने वाली एक कहानी सामने आई है। यहां स्थित एक रेस्त्रां के मालिक ने आपातकालीन सेवा देने वाले सैंकड़ों कर्मियों को मुफ्त में भोजन कराया। रेस्त्रां के मालिक का नाम इब्राहिम डोगस है। मुस्लिम परिवार में जन्मे डोगस को हमले के बाद उनके तीन रेस्त्रां को बंद करने का आदेश दिया गया था। हालांकि, उन्होंने उनमें से एक को खोलने का निर्णय लिया, जो कि वेस्टमिंस्टर ब्रिज से कुछ मीटर की दूरी पर है। उन्होंने रेस्त्रां खुले रखने का फैसला पुलिस अधिकारियों को खाने की जगह देने के लिए किया था।

‘द इंडिपेंडेंट’ ने डोगस को यह कहते हुए उद्धृत किया, ‘‘मैं उनमें से एक अधिकारी के पास गया और कहा कि मैं सभी रेस्त्रां बंद कर सकता हूं लेकिन मैं चाहता हूं कि आप और आपातकालीन सेवा देने वाले सभी कर्मचारी इस जगह का उपयोग मुफ्त में खाने, पीने और गर्म रहने के लिए करें।’’

अखबार के मुताबिक डोगस ने पुलिस के आपातकालीन कर्मी, लंदन एंबुलेंस सेवा और लंदन फायर ब्रिगेड के 300 से 500 लोगों को भोजन कराया।

डोगस ने बताया कि उनका जन्म मुस्लिम परिवार में हुआ है लेकिन अब वह किसी धर्म को नहीं मानते हैं। ब्रिटेन की संसद के बाहर हुए हमले में 50 लोग घायल हो गए और पांच लोगों की मौत हो गई।

गौरतलब है कि 22 मार्च को ब्रिटेन के संसद पर एक हमलावर ने फायरिंग की थी। इसमें पांच लोग मारे गए थे और 20 लोग घायल हुए थे। हालांकि, बाद में पुलिस ने हमलावर को मार गिराया था। हमलावर को संसद के बाहर ही मार गिराया गया था। ब्रिटिश संसद पर हमले के बाद लंदन और बर्मिंघम में आतंकवाद निरोधी अधिकारियों की छापेमारी में आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया था। बाद में हमले की जिम्मेदारी आईएसआईएस ने ली थी।

बता दें, हमलावर पूरी रफ्तार से कार चलाकर आया और संसद भवन के द्वार पर एक पुलिस अधिकारी को चाकू घोंप दिया जिसके बाद स्कॉटलैंड यार्ड के अधिकारियों ने उसे गोली मार दी। यह भी सामने आया है वेस्टमिनिस्टर ब्रिज पर पैदल यात्रियों को कुचलने के संदिग्ध ने जिस कार का इस्तेमाल किया था वह कथित तौर पर बर्मिंघम के सोलीहुल्ल इलाके से ली गई थी। न्यू स्कॉटलैंड के परिसर में लगे झंडे को हमले के बाद आधा झुका दिया गया है क्योंकि इसमें उनके एक अधिकारी पीसी कैथ पालमर की जान ले ली है जो संसद की सुरक्षा में तैनात थे।