इंडोनेशिया में भूस्खलन और बाढ़ से मरने वालों की संख्या सोमवार (20 जून) को बढ़कर 47 हो गई। एक अधिकारी ने बताया कि सैकड़ों मकानों के कीचड़ और लुढ़कते पत्थरों की चपेट में आने से मरने वालों की संख्या में वृद्धि हुई है। जावा द्वीप पर सप्ताहांत में बारिश की वजह से हुए भूस्खलन और बाढ़ आने के बाद बचावकर्ता मशीनों और हाथों से मकानों के मलबों और टीलों में 15 ग्रामीणों को तलाश रहे हैं जो अब भी लापता हैं। घनी आबादी वाले समूचे मध्य जावा प्रांत में यह प्राकृतिक आपदा आई है, जहां पहाड़ों से बहकर आता कीचड़, पत्थर और पानी इमारतों के आसपास जमा हो रहा है, जिसमें कई लोग बह गए है।
बाढ़ का पानी भरने और उसका स्तर बढ़ने की वजह से ग्रामीण छतों पर शरण लेने को मजबूर हो रहे हैं। बचावकर्ता ऐसे इलाकों में पीड़ितों तक पहुंचने के लिए बड़ी मशीनों का इस्तेमाल कर रहे हैं जहां ये पहुंच सकती हैं और दूरस्थ इलाकों में वे अपने खाली हाथों और फावड़ों से मलबा खोद रहे हैं। आपदा प्रवक्ता एसपी नुग्रोहो ने कहा कि 47 लोगों के मरने की पुष्टि हो गई है जबकि 15 लापता हैं। सैकड़ों मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं, कुछ तो पूरी तरह बर्बाद हो गए हैं। उन्होंने चेतावनी दी, ‘लोगों को तैयार रहना चाहिए क्योंकि अभी भी भीषण बाढ़ और भूस्खलन होने की आशंका है।’