India Maldives Conflict: दो की लड़ाई में तीसरा शख्स, हमेशा ही फायदा उठा लेता है और भारत मालदीव के बीच टकराव में भी कुछ ऐसा ही हुआ है। चीन की कठपुतली बनकर अकड़ दिखा रहे द्वीपीय देश मालदीव को भारत ने काफी झटके दिए और मालदीव जाने वाले भारतीय पर्यटकों की तादाद में आई कमी के चलते मुल्क की अर्थव्यवस्था को बड़ा नुकसान हुआ। मालदीव को हुआ यह नुकसान श्रीलंका के लिए फायदा बनकर आया।
दरअसल, भारतीय पर्यटक मालदीव जाने से कतरा रहे हैं और यही श्रीलंका का फायदा साबित हो रहा है। इस बीच श्रीलंका की तरफ वहां के पर्यटन मंत्री ने कहा कि भारत और मालदीव के रिश्तों में जो तनाव आया है, वह उसके लिए फायदा बन गया है।
श्रीलंका को हो रहा लड़ाई का फायदा
जानकारी के मुताबिक श्रीलंका के मंत्री हरिन फर्नांडो ने गुरुवार को कहा कि भारतीय द्वारा मालदीव यात्रा के बहिष्कार के बाद श्रीलंकाई पर्यटन को फायदा भी हो रहा है।
श्रीलंकाई मंत्री फर्नांडो ने भारत और मालदीव के बीच विवाद का हवाला देते हुए एक चैनल को इंटरव्यू में कहा कि नई दिल्ली और माले के बीच जो हुआ, उसकी वजह से मालदीव में भारतीय पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट आई है, जिसका फायदा श्रीलंका को मिल रहा है।
2030 तक कितना होगा फायदा
फर्नांडो का मानना है कि 2030 तक दुनिया के चौथे सबसे बड़े यात्रा पर खर्च करने वाले भारतीय यात्री रहेंगे। यह श्रीलंका के लिए अच्छा संकेत है। उन्होंने कहा कि भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है और श्रीलंका को भी फायदा हो रहा है।
कितने भारतीयों ने किया श्रीलंका का दौरा
श्रीलंकाई पर्यटन मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक अब मालदीव पहुंचने वाले भारतीय घटे हैं और उनका नंबर चीन, रूस, यूके, इटली और जर्मनी के बाद छठे पायदान पर है। इस साल जनवरी में 34,400 भारतीय घूमने के लिए श्रीलंका आए, जो पिछले साल जनवरी में आए भारतीयों 13,759 से दोगुने से भी अधिक हैं।
बता दें कि 2024 की पहली तिमाही में भी श्रीलंका आने वाले भारतीयों की संख्या 2023 की इसी अवधि में काफी बढ़ी है, जो कि आर्थिक तंगी से जूझने वाले श्रीलंका के लिए बेहतरीन अवसर साबित हो रहा है।