Israel-Iran Conflict: इजरायल और ईरान के बीच 5वें दिन भी संघर्ष जारी है। दोनों पक्षों ने अपने हमले और तेज कर दिए। इसी बीच, इजरायली हमलों में खामेनेई का सबसे करीबी सलाहकार ढेर हो गया है। अब तक ईरान में कम से कम 224 लोग मारे गए हैं। वहीं इजरायली अधिकारियों ने कहा है कि उनके क्षेत्र पर ईरानी हमलों में महिलाओं और बच्चों सहित कम से कम 24 लोग मारे गए। इस बीच भारत ने तेहरान से स्टूडेंट्स को सुरक्षित निकाल लिया है। आइए जानते हैं इजरायल-ईरान संघर्ष की पांच बड़ी बातें…
भारत ने अपने छात्रों को सुरक्षित निकाला
भारत ने अपने नागिरकों को तेहरान से बाहर निकाल लिया है। विदेश मंत्रालय ने पुष्टि करते हुए कहा कि तेहरान में भारतीय छात्रों को सुरक्षा कारणों से शहर से बाहर निकाल दिया गया है। इसके लिए भारतीय दूतावास ने खास व्यवस्था की थी। साथ ही भारतीय दूतावास ने कहा कि भारतीय या भारतीय मूल के लोग जो अपने संसाधनों के जरिये तेहरान से बाहर निकल सकते हैं वो शहर से बाहर सुरक्षित ठिकानों पर चले जाएं।
मिडिल ईस्ट में दहशत के बाद एयरपोर्ट बंद
इजरायल और ईरान के संघर्ष के कारण एयर स्पेस बंद होने की वजह से हवाई यात्रा अस्त-व्यस्त हो गई है। ईरान का आसमान पूरी तरह से बंद है, जबकि इजरायल ने बेन गुरियन एयरपोर्ट को अगली सूचना तक बंद कर दिया है। इराक और लेबनान के कुछ हिस्सों में एयरपोर्ट भी बंद हो गए हैं। इसकी वजह से हजारों लोग फंस गए हैं। एविएशन सेफ्टी एक्सपर्ट जॉन कॉक्स ने एपी को बताया, ‘यहां डोमिनोज प्रभाव बहुत बड़ा है।’
G-7 से जल्दी निकलने पर क्या बोले डोनाल्ड ट्रंप
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि G7 समिट से उनके जल्दी बाहर निकलने का इजरायल-ईरान संघर्ष से कोई लेना-देना नहीं है। न्यूज एजेंसी के एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, G7 शिखर सम्मेलन खत्म होने से एक दिन पहले निकलने के पीछे की जो वजह फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने बताई है वो पूरी तरह से गलत है। ट्रंप ने कहा, ‘फ्रांस के पब्लिसिटी चाहने वाले राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने गलत कहा कि मैं इजरायल और ईरान के बीच संघर्ष विराम पर काम करने के लिए डीसी वापस जाने के लिए कनाडा में जी 7 शिखर सम्मेलन छोड़कर चला गया। गलत! उन्हें कोई अंदाजा नहीं है कि मैं अब वाशिंगटन क्यों जा रहा हूं, लेकिन निश्चित रूप से इसका संघर्ष विराम से कोई लेना-देना नहीं है। उससे भी बहुत बड़ा। चाहे जानबूझकर या नहीं, इमैनुएल हमेशा गलत ही होते हैं।’
जो रूस तीन साल में नहीं कर पाया वो इजरायल ने 48 घंटे में कैसे कर दिखाया?
जी-7 देशों ने इजरायल का सपोर्ट किया
कनाडा में जी-7 शिखर सम्मेलन आयोजित किया गया है। इसमें हिस्सा लेने वाले सभी नेताओं ने इजरायल का खुलकर सपोर्ट किया है। जी-7 के नेताओं ने जॉइंट स्टेटमेंट में कहा कि ईरान किसी भी कीमत पर न्यूक्लियर वेपन नहीं रख सकता है। इजरायल को सेल्फ डिफेंस का पूरा अधिकार है। सबसे दिलचस्प बात यह है कि एक तरफ तो ये देश इजरायल की कार्रवाई का समर्थन कर रहे हैं, दूसरी ओर गाजा में युद्धविराम की वकालत कर रहे हैं।
ईरान के टॉप जनरल की इजरायली हमलों में मौत
इजरायल के हमले में ईरानी आर्मी चीफ अली शादमानी की मौत हो गई है। यह दावा आईडीएफ ने किया है। शादमानी को अयातुल्ला खामेनेई का सबसे करीबी माना जाता था। उसने चार दिन पहले ही आर्मी के डिप्टी कमांडर की कमान संभाली थी। उन्होंने ईरान की रिवोल्यूशनरी गार्ड्स (IRGC) और ईरानी सेना दोनों की कमान संभाली थी। इजरायली सैन्य कार्रवाई में अब तक ईरान के कई वरिष्ठ कमांडर ढेर हो चुके हैं। पल-पल की अपडेट्स के लिए पढ़ें लाइव ब्लॉग