भारतीय मूल का 13 वर्षीय स्कूली छात्र ब्रिटेन के प्रतिष्ठित आई क्यू मेनसा क्लब में शामिल हो गया है। उसने आई क्यू प्रतियोगिता में 162 में से 161 अंक प्राप्त किए थे।वेंकट सत्या श्री रोहन चिक्कम को ‘केटल 3 बी पेपर’ और ‘कल्चर फेयर स्केल’ की परीक्षा पास करने तथा देश के सर्वश्रेष्ठ एक प्रतिशत प्रतिभावानों में शामिल होने के बाद इस विशिष्ट क्लब का सदस्य बनने का प्रस्ताव मिला । चिक्कन को रोहन के नाम से भी जाना जाता है।
रोहन के पिता विष्णु चिक्कम ने कहा, ‘ प्राथमिक शिक्षा के दौरान ही रोहन ने गणित के साथ ही पहेलियां हल करने में रुचि दिखाना शुरू कर दिया था। पिछले साल रोहन ने यूनाइटेड किंगडम मैथमेटिकल चैलेंज में गोल्ड प्रमाण पत्र भी हासिल किया था। ’ आंध्र प्रदेश के रहनेवाले रोहन के पिता ब्रिटेन में बतौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर काम कर रहे हैं। उनका परिवार पिछले आठ सालों से ब्रिटेन में रह रहा है। परिवार को उम्मीद है कि रोहन की प्रोद्यौगिकी में बढ़ती रुचि के चलते वह इस क्षेत्र में और भी उपलब्धियां हासिल करेगा।
उन्होंने कहा, ‘ रोहन की गणित, भौतिक विज्ञान और तकनीकी क्षेत्र में काफी रूचि है। वह घर पर अपना समय गिटार बजाने, जर्मन भाषा सीखने और मोबाइल एप बनाने में बिताता है। हाल ही में उसने अपना पहला मोबाइल एप ‘पोंग रेट्रोस्केप’ बनाया है, जो अमेजन एप स्टोर पर उपलब्ध है। मुझे उम्मीद है कि वह इस क्षेत्र में और उपलब्धियां हासिल करेगा। ’ मेनसा दुनिया की सबसे पुरानी और विशाल उच्च आई क्यू संस्था है। मान्यता और स्वीकृति प्राप्त आई क्यू जांच प्रक्रिया में सर्वश्रेष्ठ दो प्रतिशत प्रतिभावान ही इसकी सदस्यता हासिल कर सकते हैं।