भारत ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को उन लोगों के खिलाफ एकजुट रहना चाहिए जिनके निरंतर उल्लंघन से परमाणु खतरा और प्रसार जोखिम उत्पन्न होता है। उसने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को जनसंहार के हथियारों तक पहुंच रखने वाले अंतरराष्ट्रीय समुदायों के प्रति ‘बेहद चौकसी’ रखनी चाहिए। जिनेवा में निशस्त्रीकरण पर सम्मेलन में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत डी बी वेंकटेश वर्मा ने गुरुवार (6 अक्टूबर) को कहा, ‘भारत का वैश्विक, गैर भेदभावकारी, पुष्टियोग्य निशस्त्रीकरण के बारे में समयबद्ध समर्थन दृढ़ बना हुआ है।’
वर्मा ने कहा, ‘इस लक्ष्य को कदम दर कदम प्रक्रिया के तहत हासिल किया जा चुका है जिसे लेकर एक वैश्विक प्रतिबद्धता दी गयी तथा एक सहमति वाला बहुपक्षीय रूपरेखा है जो वैश्विक और गैर भेदभावकारी है।’ उन्होंने यूएनजी की प्रथम समिति की आम चर्चा में कहा कि परमाणु हथियार रखने वाले सभी राज्यों के बीच सार्थक वार्ता से विश्वास एवं भरोसा बढ़ सकता है। वर्मा ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मामलों एवं सुरक्षा सिद्धान्तों में परमाणु हथियारों को लेकर चुप्पी को कम करना पहला अनिवार्य कदम होना चाहिए। यह काम परमाणु हथियार के इस्तेमाल पर बढ़े हुए नियंत्रण के लक्ष्य से होना चाहिए।