सीरिया में रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल के बारे में एक प्रणाली स्थापित करने संबंधी कई प्रस्तावों पर विचार करने के लिए एक कार्य समूह गठित करने के रूस और चीन के प्रस्ताव का भारत ने समर्थन किया है। यह वोट ग्लोबल कैमिकल वारफेयर निगरानी समूह के हाल में समाप्त हुए सत्र के दौरान दिया गया। रासायनिक हथियार निषेध संगठन में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत वेणु राजामणि ने दो अलग-अलग व्याख्याओं में कहा कि रासायनिक हथियार सम्मेलन को भारत बहुत महत्व देता है और इसके पूर्ण, प्रभावी और भेदभाव रहित क्रियान्वयन का समर्थन करता है। कॉन्फ्रेंस आॅफ स्टेट पार्टीज के चौथे विशेष सत्र में भारत ने ऐसी कोई भी प्रणाली स्थापित करने के खिलाफ वोट दिया था।
इस वक्तव्य में कहा गया कि भारत हमेशा से सर्वसम्मति के महत्व पर जोर देता है। वह मानता है कि सभी पक्षकार देश एक दूसरे के साथ विचार-विमर्श करके फैसला लें।
राजामणि ने कहा कि भारत ने रूस तथा चीन के उस प्रस्ताव के पक्ष में वोट दिया है जिसके मुताबिक प्रणाली के बारे में फैसला लागू करने से जुड़े विभिन्न प्रस्तावों पर एक कार्य समूह विचार करे। क्योंकि भारत का मानना है कि इस तरह का कार्य समूह पक्षकार देशों के बीच प्रणाली को लेकर उठे मतभेदों को दूर कर उनके बीच आम सहमति बना सकता है।

हाल ही में  पूर्वी सीरिया में आईएस के कब्जे वाले क्षेत्रों में अमेरिका के नेतृत्व में हवाई हमलों में 20 आतंकवादी मारे गए। सीरिया के डेर अल-जोर प्रांत में आईएस के कब्जे वाले क्षेत्रों में अमेरिका के नेतृत्व में गठबंधन सेना के हमले में आईएस के आतंकवादी ढेर हुए। सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के मुताबिक, अमेरिका समर्थित सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेज (एसडीएफ) इराक के पास फरात नदी के तट पर आईएस के कब्जे वाले क्षेत्रों में दूसरे दौर का हमला कर रहा है। इस दौरान हालांकि स्थानीय नागरिकों की मौतों का आंकड़ा घटा है। इस सप्ताह अमेरिका के नेतृत्व में हमलों में 10 नागरिकों की मौत हुई है।