अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान से बयानबाजी से बचने की अपील करते हुए कहा कि दोनों देशों को अपने मतभेदों और कश्मीर सहित तमाम मुद्दों के हल के लिए बातचीत की प्रक्रिया जारी रखनी चाहिए। विदेश विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘मैं यह कहना चाहता हूं कि दोनों देश बातचीत की प्रक्रिया जारी रखने की जिस हद तक कोशिश रहे हैं वह चिंताओं और तनाव से निपटने के लिए दूसरे तरीकों से ज्यादा कारगर होगा। इसलिए मैं बस इतना कहूंगा कि हम उम्मीद करते हैं और सलाह देते हैं कि दोनों देशों की सरकारें चिंताओं पर ध्यान देने के लिए बातचीत की प्रक्रिया को आगे बढ़ाएं।’
अधिकारी ने कहा कि अमेरिका का यह भी मानना है कि दोनों देशों को बातचीत के जरिए कश्मीर मुद्दे का हल निकालना चाहिए। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘इसे लेकर अमेरिका के रुख एवं दृष्टिकोण में कोई बदलाव नहीं आया है और हम दोनों देशों को आपसी मुद्दों के हल के लिए प्रोत्साहित करते हैं।’ अधिकारी ने दोनों देशों के बीच जारी वाकयुद्ध की तरफ इशारा करते हुए कहा, ‘मुझे लगता है कि ऐसी स्थिति में होने वाली बयानबाजी बातचीत की प्रक्रिया के अनुकूल नहीं है।’
उन्होंने कहा, ‘साथ ही हमने वह चिंताएं और हताशा समझ ली हैं जो आतंकवाद से जुड़ी हुई हैं।’ अधिकारी ने कहा, ‘हम अपने सार्वजनिक एवं निजी बयानों में इस बात पर अटल रहे हैं कि आतंकी समूह कहीं भी सक्रिय हों, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, उनके लिए कोई सुरक्षित पनाहगाह नहीं होना चाहिए और उनमें कोई अंतर नहीं किया जाना चाहिए। हमने उन चिंताओं पर ध्यान देने के लिए ठोस सहयोग की अपील की है।’

