रविवार यानि आज से भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् के अध्यक्ष पद की कमान संभालेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसकी अध्यक्षता करेंगे। PM मोदी ऐसा करने वाले पहले प्रधानमंत्री होंगे।

आज से एक महीने तक भारत यूनाइटेड नेशन सिक्योरिटी काउंसिल (UNSC) की अध्यक्षता करेगा। यह भारत का दसवां कार्यकाल है। अब तक भारत नौ बार इसका अध्यक्ष रह चुका है। पहली बार जून 1950 में, दूसरी बार सितंबर 1967 में, तीसरी बार दिसंबर 1972, चौथी बार अक्टूबर 1977 में, पांचवी बार फरवरी 1985 में, छठी बार अक्टूबर 1991 में, सातवीं बार दिसंबर 1992 में, आठवीं बार अगस्त 2011 में और नौवीं बार नवंबर 2012में।

2012 के बाद अब भारत को एक बार फिर से मौका मिला है। अध्यक्षता मिलने के बाद भारत ने फ्रांस का धन्यवाद किया। इससे पहले फ्रांस ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् का अध्यक्ष था। संयुक्त राष्ट्र में इंडिया के प्रतिनिधि टीएस तिरूमुर्ति ने कहा कि इस कार्यकाल के दौरान भारत का कदम तीन लक्ष्यों को पूरा करने की दिशा में है। उन्होंने कहा कि परिषद ने कई महत्वपूर्ण बैठकों की योजना बनाई है, जिनमें सीरिया,  इराक,  सोमालिया, यमन और मध्य-पूर्व के अन्य देशों के प्रतिनिधियों के साथ बैठकें भी शामिल हैं। उन्होंने जुलाई में सुरक्षा परिषद का नेतृत्व करने और भारत का समर्थन करने के लिए फ्रांस को धन्यवाद किया।

तिरूमुर्ति ने कहा- “हमारी अध्यक्षता के दौरान भारत तीन उच्च स्तरीय बैठकों का आयोजन करेगा। जिनमें समुद्री सुरक्षा, शांति स्थापना और आंतकवाद का मुकाबला करना प्रमुख है। इसके साथ ही भारत शांति सैनिकों की याद में एक कार्यक्रम का भी आयोजन करेगा। मुझे विश्वास है कि भारत की अध्यक्षता अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को, और मजबूत करने में योगदान देगी”।

भारत के सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष बनने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए नई दिल्ली में फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनिन ने कहा कि उनका देश आज दुनिया के सामने आने वाले कई मुद्दों से निपटने के लिए भारत के साथ मिलकर काम करेगा।

लेनिन ने ट्वीट कर कहा- “खुशी है कि भारत आज फ्रांस से UNSC की अध्यक्षता संभाल रहा है। हम भारत के साथ समुद्री सुरक्षा, शांति स्थापना और आतंकवाद विरोधी रणनीतिक मुद्दों पर काम करने और आज के कई मौजूदा संकटों का सामना करने के लिए एक नियम-आधारित, बहुपक्षीय प्रणाली को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

 

बता दें कि सुरक्षा परिषद् में 15 देश हैं। जिनमें स 5 स्थाई और 10 अस्थाई असदस्य होते हैं। स्थायी देशों में अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, चीन और फ्रांस है। भारत इस अस्थायी सदस्य है। इसके तहत भारत को दो साल का कार्यकाल मिला है, जो 1 जनवरी 2021 से शुरू हो चुका है।