उत्तर-पूर्वी अफ्रीकी देश सूडान में दो दिन से जारी हिंसा में अब तक 170 लोगों की मौत हो चुकी है। वहां पर दक्षिणी ब्लू नाइल राज्य में भूमि को लेकर दो पक्षों के बीच हुए टकराव में पिछले दो दिनों में जमकर खूनखराबा हुआ। लड़ाई का आलम यह है कि राज्य में कर्फ्यू लगा होने के बावजूद लगातार गोलियां चलने की आवाजें गूंज रही हैं। हर तरफ पुलिस और सेना का कड़ा पहरा है।

समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक बड़ी संख्या में लोग गोलीबारी से घायल हुए हैं। उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया है। पिछले हफ्ते राजधानी खार्तूम से करीब 500 किमी (310 मील) दक्षिण में सूडान के अशांत दक्षिणी क्षेत्र में रोजेयर्स के पास वाड अल माही में हौसा लोगों और प्रतिद्वंद्वी समूहों के सदस्यों के बीच भूमि को लेकर बहस के बाद बुधवार को लड़ाई छिड़ गई। इस लड़ाई में दोनों गुटों ने एक-दूसरे पर गोलियां चलाई और घरों में आग लगा दी।

एजेंसी के मुताबिक हौसा के एक नेता ने कहा कि इलाके में सुरक्षा बलों की भारी तैनाती और रात भर के कर्फ्यू के बावजूद झड़पें हुईं। इस बारे में संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि करीब 65 हजार लोगों ने अपना घर छोड़ दिया है। सूडान पिछले साल सेना प्रमुख अब्देल फत्ताह अल बुरहान के नेतृत्व में सैन्य तख्तापलट के बाद से गहरी राजनीतिक अशांति और एक बढ़ते आर्थिक संकट से जूझ रहा है।

सूडान की सेना ने बुधवार को कहा कि एक विद्रोही समूह ने एक महत्वपूर्ण शांति समझौते पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया है, जिसने दक्षिणी राज्य पश्चिमी कोर्डोफन के एक शहर में दो अधिकारियों को घायल कर दिया था।

सूडान पीपुल्स लिबरेशन मूवमेंट-नॉर्थ से संबंधित फोर्स ने अंधाधुंध गोलाबारी की

राजधानी खार्तूम से लगभग 580 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में लागावा में कथित तोपखाने हमले, पिछले हफ्ते शहर के पास एक भूमि विवाद में जातीय संघर्ष के बाद आए थे, जिसमें कई लोग मारे गए थे। सशस्त्र बलों ने एक बयान में कहा, “सूडान पीपुल्स लिबरेशन मूवमेंट-नॉर्थ से संबंधित फोर्स ने अंधाधुंध गोलाबारी की।”

मानवीय मामलों में समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (OCHA) ने बताया कि ब्लू नाइल में जुलाई में हिंसक झड़पें हुई थीं, जिनमें अक्टूबर की शुरुआत तक 149 लोगों की जान जा चुकी थी। बीते हफ्ते नए सिरे से शुरू हुए संघर्ष में 13 लोग मारे गए थे। ओसीएचए के मुताबिक, हिंसा से क्षेत्र में कम से कम 1,200 लोग विस्थापित हुए हैं।