अपने मुसलमान दोस्तों के लिए रोज़ा इफ्तार की तैयारी कर रहा एक हिन्दू जोड़ा दुबई के एक अपार्टमेंट में लगी आग का शिकार हो गया। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक दुबई में एक अपार्टमेंट में भीषण आग लगने से 16 लोगों की मौत हो गई थी जिसमें यह भारतीय जोड़ा भी शामिल था।
केरल के 38 वर्षीय रिजेश कलंगदान और उनकी 32 वर्षीय पत्नी जेशी कंदमंगलथ ने अपने मुस्लिम पड़ोसियों को शनिवार की शाम को रोज़ा इफ्तार के लिए इनवाइट किया था, लेकिन वह इस हादसे का शिकार हो गए।
अल-रास इलाके में लगी इस आग में कम से कम 16 लोग मारे गए है और नौ अन्य घायल हो गए है। दुबई सिविल डिफेंस ने लापरवाही बरते जाने को इस आग की वजह बताया है। रिजेश कलंगदान एक यात्रा और पर्यटन कंपनी में व्यवसाय विकास प्रबंधक थे जबकि उनकी पत्नी एक स्कूल शिक्षक थीं।
अपने त्योहार के साथ बांटना चाहते थे खुशियां
गल्फ न्यूज़ के मुताबिक रिजेश कलंगदान और उनकी पत्नी वे केले के पत्ते पर परोसे जाने वाले एक शाकाहारी त्योहार विशुसाध्या बना रहे थे और उन्होंने अपने मुस्लिम पड़ोसियों को एक साथ बैठकर इफ्तार करने के लिए इनवाइट किया था।
अपार्टमेंट नंबर 409 में सात रूममेट्स के साथ रहने वाले रियास कैकंबम ने कहा कि उनके साथ हमारे बहुत अचे रिश्ते थे। उन्होने हमें रोज़ा इफ्तार एक साथ करने के लिए इनवाइट किया था। वह पहले भी हमें ओनम और दूसरे त्योहारों पर बुलाते थे, इस बार रमज़ान था तो उन्होने हमें इफ्तार के लिए बुलाया था।
मुसलमान पड़ोसी ने क्या कहा?
‘मैं यकीन नहीं कर पा रहा हूं कि जिस इंसान ने एक दिन पहले ही मेरे फ्लाइट के टिकट बनाने में मेरी मदद की और जिसने मुझे इफ्तार के लिए इनवाइट किया था वो चला गया है। हम उन्हें खोकर बहुत अधूरे रह गए हैं, हम रोज़ उनके साथ खुशियां साझा करते थे, यह दिल तोड़ने जैसा है कि हम उस जगह अब कैसे रह सकते हैं जहां हमारे 16 पड़ोसी ज़िंदा जल गए हैं’, दुबई सिविल डिफेंस ऑपरेशन रूम को 12:35 पर इस घटना को लेकर जानकारी दी गयी थी। इसके बाद राहत कार्य शुरू हुआ।