अमेरिका में एक कॉलेज छात्रा ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक तस्वीर शेयर की है, जो कि बहुत तेजी से वायरल हो रही है। दरअसल इस तस्वीर में कॉलेज छात्रा एक खतरनाक बंदूक के साथ दिखाई दे रही है, वहीं उसके हाथ में एक बोर्ड लिया हुआ है, जिस पर लिखा है कि ‘आओ और इसे लेकर दिखाओं।’ कॉलेज छात्रा की इस तस्वीर पर काफी बवाल हो रहा है। बता दें कि अमेरिका में लंबे समय से हथियारों पर पाबंदी की मांग की जा रही है। जिस तरह पिछले दिनों में अमेरिका में कई ऐसी घटनाएं हुई हैं, जिसमें बंदूकधारी छात्रों ने अंधाधुंध गोलियां बरसाकर स्कूल या कॉलेज में कई छात्राओं की हत्या कर दी है, उसके बाद से हथियारों पर पाबंदी की मांग और भी मुखर हो गई है, अब केंट स्टेट यूनिवर्सिटी की इस छात्रा की इस तस्वीर ने इस बहस को और भी तेज कर दिया है।
कॉलेज कैंपस में बंदूक के साथ अपनी तस्वीर शेयर करने वाली छात्रा का नाम कैटलिन मारिए है, जिसने बीते शनिवार को ही ओहियो प्रांत की केंट स्टेट यूनिवर्सिटी से बायोलॉजी में स्नातक की डिग्री हासिल की है। बता दें कि यूनिवर्सिटी कैंपस या कॉलेज में हथियार लाने पर पाबंदी है, यही वजह है कि कैटलिन ने डिग्री हासिल करते ही यूनिवर्सिटी के इस नियम की धज्जियां उड़ा दी। कैटलिन ने एक अन्य ट्वीट में कहा है कि अब मैं केंट स्टेट यूनिवर्सिटी से स्नातक हो चुकी हूं और अब कैंपस में हथियार ले जा सकती हूं। मुझे ऐसा पहले ही कर देना चाहिए था, खासकर उसके बाद से जब 4 निहत्थे छात्रों को सरकार ने यूनिवर्सिटी कैंपस में गोली मारकर हत्या कर दी थी। उल्लेखनीय है कि साल 1970 में केंट स्टेट यूनिवर्सिटी में वियतनाम युद्ध के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों के एक ग्रुप पर ओहियो नेशनल गार्ड्स ने गोलियां चला दी थी, जिसमें 4 छात्रों की मौत हो गई थी।
Now that I graduated from @KentState, I can finally arm myself on campus. I should have been able to do so as a student- especially since 4 unarmed students were shot and killed by the government on this campus. #CampusCarryNow pic.twitter.com/a91fQH44cq
— Kaitlin Marie (@KaitMarieox) May 13, 2018
I have no apologies for my graduation photos. As a woman, I refuse to be a victim & the second amendment ensures that I don’t have to be. pic.twitter.com/5CKmQobrMb
— Kaitlin Marie (@KaitMarieox) May 15, 2018
वहीं यूनिवर्सिटी प्रशासन का कहना है कि चूंकि छात्रा यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट हो चुकी है, इसलिए वह अब यूनिवर्सिटी की छात्रा नहीं है और अब उस पर यूनिवर्सिटी के नियम भी लागू नहीं होते हैं। उल्लेखनीय है कि अमेरिका में स्कूल कॉलेज में गोलीबारी की घटनाओं का लंबा इतिहास रहा है। बड़ी घटनाओं की बात करें तो साल 2007 में वर्जीनिया यूनिवर्सिटी में एक छात्र द्वारा की गई गोलीबारी में 32 छात्रों की मौत हो गई थी। साल 2012 में न्यूटन के एक स्कूल में हुई गोलीबारी में 20 छात्रों की मौत हो गई थी। हाल ही में हुए हमलों की बात करें तो साल 2017 में फ्लोरिडा के पार्कलैंड में एक हाईस्कूल में हुई गोलीबारी में 17 छात्रों की मौत हो गई थी।
