एल्प्स पर्वत में दुर्घटना का शिकार हुए जर्मनविंग्स के विमान के सह-पायलट ने जानबूझकर उसे नष्ट किया। यह बात फ्रांसिसी अभियोजक ने कही है।

मार्सेले के अभियोजक ब्राइस रॉबिन ने कहा कि कमांडर संभवत: शौचालय जाने के लिए कॉकपिट से बाहर निकला और फिर अंदर नहीं आ सका। उन्होंने कहा, इस बीच सह-पायलट आंद्रेस लुबित्ज ने विमान संचालित कर जानबूझ कर विमान को नीचे जाने दिया जिसके कारण वह दक्षिणी फ्रांस में एल्प्स पर्वत से टकरा गया। हालांकि उन्होंने इसके पीछे किसी आतंकवादी गतिविध से इनकार किया।

फोटो में देखें: यही है वह ‘डिप्रेशन’ का शिकार आंद्रेस लुबित्ज जिसने क्रैश किया प्लेन…

प्लेन क्रैश के लिए सह-पायलट आंद्रेस लुबित्ज जिम्मेदार (फोटो: एपी)

 

रॉबिन ने पत्रकारों से कहा, ‘सह-पायलट ने जानबूझकर इस विमान को नष्ट किया’। यह सूचना ब्लैक बॉक्स कॉकपिट वॉयस रेकार्डर से मिली है, लेकिन रॉबिन ने कहा कि कमांडर पायलट के कॉकपिट छोड़ने के बाद सह-पायलट ने एक शब्द नहीं कहा। उन्होंने कहा-कॉकपिट में सन्नाटा था। विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से कुछ वक्त पहले बिलकुल सन्नाटा था और दिल की धड़कनें सुनी जा सकती थीं।

फ्रांस के एल्प्स पर्वत पर अब भी बिखरा पड़ा है दुर्घटनाग्रस्त विमान का मलबा।

 

रोबिन ने पत्रकारों से कहा-हमने पायलट को अपने सह पायलट से विमान का नियंत्रण लेने को कहते सुना और इसी समय सीट पीछे ले जाने और दरवाजा बंद होने की आवाज आती है। उस समय सह पायलट पूरी तरह विमान को नियंत्रित कर रहा है।

अकेला होने पर वो विमान को नीचे ले जाने के लिए फ्लाइट मॉनीटरिंग सिस्टम के बटन दबाता है। ऊंचाई नियंत्रित करने वाली यह कार्रवाई केवल जानबूझकर ही की जा सकती है। कहा जा सकता है कि सह पायलट ने कैप्टन को अंदर आने से रोकने के लिए दरवाजा नहीं खोला। उसने विमान को नीचे ले जाने के लिए बटन दबाया।

कॉकपिट के बाहर लॉक हो गया था जर्मनविंग्स प्लेन का एक पायलट: रिपोर्ट्स (फोटो: एपी)

 

फ्रांसीसी अभियोजक के खुलासे के बाद यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि सह-पायलट का किसी आतंकवादी संगठन से संबंध हो सकता है। लेकिन अभियोजक ने ऐसी किसी जानकारी से इनकार किया। उन्होंने उम्मीद जताई कि जर्मनी के अधिकारी सह-पायलट के बारे में पुख्ता जानकारी जुटाएंगे।

जर्मनी के मोंटाबाउर में सह-पायलट को जानने वालों का कहना है कि उसकी उम्र 25 साल के आसपास होगी और उसके अवसादग्रस्त होने का कोई संकेत नहीं था। 24 मार्च को जर्मन विमानन कंपनी लुफ्तांसा की सस्ती सेवा जर्मनविंग्स का विमान एयरबस ए320 फ्रांस के एल्प्स में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। हादसे में 150 लोग मारे गए थे।