जर्मनी ने कहा है कि उसकी फिलहाल फिलिस्तीन को अलग देश के रूप में मान्यता देने की कोई योजना नहीं है। जर्मनी का कहना है कि ऐसा करने से इजरायल के साथ दो-राष्ट्र समाधान (Two-State Solution) की दिशा में चल रही कोशिशों को झटका लगेगा।
पिछले कुछ दिनों में ऑस्ट्रेलिया, यूके, फ्रांस और कनाडा सहित कई देशों ने फिलिस्तीन को अलग देश का दर्जा देने की बात कही है। इसका इजरायल और अमेरिका ने विरोध किया है।
जर्मनी की सरकार ने कहा है कि अभी ऐसा कोई भी फैसला लेना गलत होगा।
फिलिस्तीन को अलग देश की मान्यता देगा फ्रांस
भड़क गए थे बेंजामिन नेतन्याहू
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने जब पिछले महीने कहा था कि उनका देश फिलिस्तीन को अलग देश के रूप में मान्यता देगा तो इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू मैक्रों के इस कदम पर भड़क गए थे। नेतन्याहू ने ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथोनी एल्बनीज की भी आलोचना की थी। इजरायल फिलिस्तीन को अलग देश का दर्जा देने का विरोध करता रहा है।
अब तक लगभग 145 देश फिलिस्तीन को अलग देश के रूप में मान्यता दे चुके हैं। अक्टूबर, 2023 के बाद से ही फिलिस्तीन के हथियारबंद संगठन हमास और इजरायल के बीच भयंकर लड़ाई चल रही है। इस जंग में हजारों लोगों की मौत हो चुकी है।
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अलग देश की है मांग
फिलिस्तीन के लोग एक अलग देश चाहते हैं जो वेस्ट बैंक, ईस्ट यरुशलम और गाजा को मिलाकर बनाया जाए। इन सभी इलाकों पर इजरायल ने 1967 के युद्ध में कब्जा कर लिया था।
जर्मनी के विदेश मंत्री जोहान वाडेफुल ने बुधवार को इंडोनेशिया के दौरे में गाजा में तत्काल सीजफायर और हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों की रिहाई की अपील की थी।
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