प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर सऊदी अरब के वली अहद (क्राउन प्रिंस) मोहम्मद बिन सलमान से गुरुवार को मुलाकात की। दोनों ने आर्थिक, सांस्कृतिक और ऊर्जा संबंधों को बढ़ावा देने पर चर्चा की। दोनों पक्षों ने प्रौद्योगिकी, नवीकरणीय ऊर्जा और खाद्य सुरक्षा में निवेश बढ़ाने पर भी चर्चा की। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान अल सऊद के साथ सार्थक बातचीत हुई। हमने भारत-सऊदी अरब के संबंधों के अनेक पहलुओं और आर्थिक, सांस्कृतिक और ऊर्जा संबंधों को और बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की।’’ विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘रणनीतिक संबंधों को प्रगाढ़ बनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान अल सऊद से अर्जेंटीना में हो रहे जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर मुलाकात की। प्रौद्योगिकी, आधारभूत संरचना, पेट्रोलियम, नवीकरणीय ऊर्जा, खाद्य सुरक्षा, फिनटेक और रक्षा क्षेत्रों में सऊदी निवेश बढ़ाने पर चर्चा की।’’
Had a fruitful interaction with Crown Prince Mohammed bin Salman Al Saud. We discussed multiple aspects of India-Saudi Arabia relations and ways to further boost economic, cultural and energy ties. pic.twitter.com/KYeIiG2FET
— Narendra Modi (@narendramodi) November 29, 2018
प्रधानमंत्री कार्यालय के सूत्रों ने कहा, ‘‘पिछले कुछ वर्षों में सऊदी अरब गणराज्य एक मूल्यवान साझेदार रहा है। इन संबंधों का विस्तार भारतीय समुदाय से परे अर्थव्यवस्था, ऊर्जा और सुरक्षा से जुड़े मुद्दों तक हुआ है। द्विपक्षीय और क्षेत्रीय हित के सभी मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।’’ प्रधानमंत्री ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस से भी मुलाकात की।
सूत्रों ने बताया कि यह मुलाकात जलवायु परिवर्तन के मुद्दे को दोनों नेताओं द्वारा दिये जा रहे महत्व को रेखांकित करती है। यह पोलैंड के कैटाविस में सीओपी 24 के सम्मेलन से महज एक हफ्ते पहले हुई है।
सूत्रों ने कहा, ‘‘यह उस सम्मान को दर्शाता है जो वैश्विक महत्व के मुद्दों पर नेतृत्व करने के लिए प्रधानमंत्री और उनके प्रयासों को दुनियाभर में दिया जाता है।’’ जी-20 के दो दिवसीय 13वें सम्मेलन से इतर मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे की मुलाकात होगी। यह बैठक ऐसे समय में होगी जब चीन रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हिंद-प्रशांत महासागर क्षेत्र में अपना प्रभुत्व दिखा रहा है। यह त्रिपक्षीय मुलाकात ट्रंप और आबे की द्विपक्षीय बैठक का ही विस्तार होगी। अमेरिकी राष्ट्रपति 30 नवंबर और एक दिसंबर को जी-20 शिखर-सम्मेलन से इतर सिलसिलेवार कई बैठक करेंगे।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने बृहस्पतिवार को कहा कि ट्रंप-आबे की वार्ता के अंत में प्रधानमंत्री मोदी के साथ त्रिपक्षीय बैठक होगी।
यहां पहुंचते ही प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘टिकाऊ विकास को और बढ़ाने के उद्देश्य से जी-20 के शिखर-सम्मेलन में व्यापक चर्चाओं के प्रति आशान्वित हूं।’’ मोदी इस सम्मेलन से इतर चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल से भी मुलाकात करेंगे। यह जानकारी विदेश मंत्रालय ने मोदी की रवानगी की पूर्वसंध्या पर दी थी।
