फ्रांस में मारे गए 17 वर्षीय लड़के नाहेल ए का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। इस दौरान, इब्न बदिस मस्जिद के बाहर सैकड़ों फ्रांसीसी लोगों की भीड़ जमा हुई। नाहेल की बीते मंगलवार, 29 जून को को हत्या हुई थी, जिसके बाद से देश में बवाल मचा हुआ है। नाहेल के अंतिम संस्कार के बाद भी फ्रांस में शांति की वापसी के संकेत नहीं नजर आ रहे हैं।
नैनटेरे के उपनगर में पुलिस की गोलीबारी में मारे गए किशोर नाहेल को अंतिम विदाई दी गई। कब्रिस्तान में ताबूत लाए जाने के दौरान बड़ी संख्या में लोग सड़कों के किनारे खड़े थे। पेरिस से मार्सिले और ल्योन तक हिंसा की आग फैल गई है, जिसमें सैकड़ों पुलिसकर्मी और दमकलकर्मी घायल हुए हैं। कल रात भी वहां बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन देखने को मिले। इसके चलते अब तक 13,000 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। हिंसक विरोध-प्रदर्शनों के मद्देनजर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने अपना जर्मनी का दौरा रद्द कर दिया है। वह लोगों से शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं। इसके बावजूद, प्रदर्शन नहीं रुक रहे हैं।
फ्रांस के गृह मंत्रालय ने बताया कि हिंसा रोकने के लिए देशभर में 45,000 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। मंगलवार रात को प्रदर्शन की शुरुआत के बाद से पुलिस ने सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से आधे से ज्यादा गिरफ्तारियां हिंसा की चौथी रात को हुईं। हिंसात्मक घटनाओं में 200 से ज्यादा पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं।
विभिन्न शहरों में प्रदर्शनकारियों ने कई वाहनों और इमारतों में आग लगा दी और दुकानों में लूटपाट की। यहां प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच रातभर भिड़ंत हुई। इस दौरान, कई जगहों पर हिंसात्मक घटनाओं में ढाई हजार दुकानों में तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाएं देखी गईं।
नाहेल की हत्या का वीडियो सामने आने के बाद देश में हिंसा भड़क गई थी, जिसमें दो अधिकारी कार की खिड़की के पास खड़े दिख रहे हैं और एक ने ड्राइवर पर बंदूक तान रखी है। जैसे ही नाहेल कार को आगे बढ़ाता है, तो अधिकारी उस पर गोली चला देता है। इस घटना ने देश को झकझोर कर रख दिया है और लोग काफी आक्रोशित हैं।