फ्रांस की राजधानी पेरिस में प्रदर्शन की खबर आ रही है। आज पेरिस में कई स्थानों पर प्रदर्शनकारियों ने सड़कें जाम कर दीं। 1 लाख से ज्यादा प्रदर्शनकारियों द्वारा जगह-जगह पर आगजनी किए जाने के बाद पुलिस ने उन पर आंसू गैस के गोले दागे। ये प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों पर दबाव बनाने के लिए उनके नए प्रधानमंत्री को कड़ी टक्कर देने की कोशिश कर रहे थे। इस देशव्यापी विरोध प्रदर्शन के निर्धारित दिन के शुरुआती घंटों में गृह मंत्री ने लगभग 200 गिरफ्तारियों की घोषणा की।
हालांकि सब कुछ अवरुद्ध करने के अपने स्वघोषित इरादे से पीछे हटते हुए, ऑनलाइन शुरू हुआ और आग की गति से आगे बढ़ता यह विरोध आंदोलन व्यापक स्तर पर व्यवधान पैदा कर गया। इसके लिए 80,000 पुलिसकर्मियों ने बैरिकेड्स तोड़ने वाले प्रदर्शनकारियों पर अपना प्रभाव दिखाते हुए और उनको चुनौती देते हुए उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया।
नए पीएम के विरोध में आंदोलन
गृह मंत्री ब्रूनो रिटेलेउ ने कहा कि पश्चिमी शहर रेनेस में एक बस में आग लगा दी गई और एक बिजली लाइन को नुकसान पहुंचने से दक्षिण-पश्चिम में एक लाइन पर ट्रेनें बाधित हो गईं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदर्शनकारी ‘विद्रोह का माहौल’ बनाने की कोशिश कर रहे थे।
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दरअसल ये पूरा आंदोलन राष्ट्रपति रहे मैक्रों सरकार के खिलाफ के विरोध को लेकर शुरू हुई। ये विरोध सरकार की नीतियों के खिलाफ शुरू हुआ है। जिसके वजह से देश के कई अन्य शहरों में हालात बिगड़ गए हैं। ये आंदोलन ऐसे समय हो रहा जब नए प्रधानमंत्री का शपथ होने वाला है।