फ्रांस में ट्रक हमला करके 84 लोगों की जान लेने वाला मोहम्मद लाहोउआएज बूहलेल पांच अन्य संदिग्धों के साथ मिलकर लंबे समय से इस हमले की साजिश रच रहा था। अन्य पांचों संदिग्धों को औपचारिक रूप से आरोपी बनाया गया है। यह जानकारी अभियोजक फ्रांस्वा मोलिन्स ने दी है। बूहलेल ने बास्तील दिवस पर आतिशबाजी प्रदर्शन का आनंद ले रही भीड़ पर ट्रक से हमला कर दिया था। इस हमले में 84 लोग मारे गए थे। इस घटना के एक सप्ताह बाद मोलिन्स ने गुरुवार (21 जुलाई) को बताया कि बूहलेल के फोन में मौजूद फोटो दिखाते हैं कि वर्ष 2015 से ही समारोह पर उसकी नजर थी। यह भी पता चला है कि हिरासत में बंद पांच संदिग्धों में शामिल मोहम्मद ओआलिद जी ने जनसंहार के एक दिन बाद अपराधस्थल का वीडियो बनाया था। यह संदिग्ध ट्यूनीशिया का नागरिक है।
पांचों संदिग्धों को गुरुवार (21 जुलाई) देर रात आतंकवाद से जुड़े मामलों की सुनवाई करने वाले जजों के सामने पेश किया गया और उनके खिलाफ आरोप लगाए गए। संदिग्धों में 22 वर्षीय फा्रंसीसी-ट्यूनीशियाई रमजी ए, 37 वर्षीय ट्यूनीशियाई चोकरी सी, 40 वर्षीय ट्यूनीशियाई मोहम्मद ओआलिद जी, 38 वर्षीय अल्बानियाई आर्टन एच और उसकी पत्नी एंकेलेदजा जेड शामिल हैं। एंकेलेदजा के पास फ्रांस और अल्बानिया दोनों देशों की नागरिकता है। खुफिया सेवाएं इनमें से किसी भी संदिग्ध को नहीं जानती थीं। इनमें से नीस में जन्मे रमजी ए का ही लूटपाट एवं नशीले पदार्थ संबंधी अपराध करने का रिकॉर्ड था। पुलिस ने इस संदिग्ध से मिले साक्ष्यों की मदद से गुरुवार (21 जुलाई) को कलाशनिकोव और हथियारों का एक बैग बरामद किया। हालांकि हथियार एकत्र करने के मकसद का अभी पता नहीं चल पाया है।
रमजी, चोकरी एवं ओआलिद पर एक आतंकवादी समूह द्वारा की गई हत्या की घटना में साथ देने का आरोप लगाया गया है। रमजी और अल्बानियाई दंपति पर आतंकवादी अपराध के संबंध में हथियारों संबंधी कानून के उल्लंघन का आरोप लगाया गया है। रमजी और अल्बानियाई दंपति पर बूहलेल को बंदूक मुहैया कराने का आरोप है। बूहलेल ने पुलिस अधिकारियों पर गोलीबारी की थी। वह बाद में गोली लगने से मारा गया था। ट्रक हमले की घटना के बाद से 400 से अधिक जांचकर्ता सबूतों पर गौर कर रहे हैं। फ्रांस में पिछले 18 महीनों में हुआ यह तीसरा आतंकवादी हमला है। बूहलेल के टेलीफोन रिकॉर्ड के विश्लेषण के बाद पांच संदिग्धों तक पहुंचा गया। पांचों को हिरासत में रखा गया है।
इस्लामिक स्टेट समूह ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए बूहलेल को ‘सिपाही’ बताया है, लेकिन जांचकर्ताओं को उसके जिहादियों से मिले होने का कोई प्रत्यक्ष साक्ष्य नहीं मिला है। मोलिन्स ने इस सप्ताह की शुरुआत में बताया था कि जांचकर्ताओं ने कई लोगों से पूछताछ की जिनमें से कई लोगों ने तीन बच्चों के पिता ट्यूनीशियाई नागरिक बूहलेल के बारे में बताया कि वह ‘मुस्लिम धर्म का पालन नहीं करता था, वह सूअर का मांस खाता था, शराब पीता था, नशीले पदार्थों का सेवन करता था’ और अवैध यौन गतिविधि में शामिल था। हालांकि शुरुआती जांच में पाया गया है कि वह कुछ समय के लिए जिहाद से प्रभावित था।