नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री के पी ओली ने रविवार (7 अगस्त) को भारत को उनके देश के मामलों में ‘किसी भी अस्वभाविक हस्तक्षेप’ के विरुद्ध चेताया। सीपीएन-यूएमएल के अध्यक्ष ओली यहां पार्टी कार्यालय में भारतीय राजदूत रंजीत राय से भेंट के दौरान स्पष्ट किया कि नेपाली मामलों में ‘कोई भी अस्वाभाविक हस्तक्षेप’ अस्वीकार्य होगा। पार्टी की ओर से जारी बयान में ओली ने कहा, ‘ऐसी गतिविधियां बस स्थिति को पेचीदा बनाएंगी।’

उन्होंने कहा कि सभी पक्षों को ऐसी गतिविधियों के प्रति चौकस रहना चाहिए। हालांकि ओली ने कहा कि उनकी पार्टी पड़ोसी देशों के साथ आत्मीय और मधुर संबंध बनाए रखने के पक्ष में है। यहां मीडिया में ऐसी खबरें थीं कि पिछले हफ्ते ओली की अगुवाई वाली सरकार के गिरने में भारत का हाथ था। हालांकि भारत ने इस आरोप को पूरी तरह खारिज कर दिया।