सऊदी अरब के एक धर्मगुरु के फतवे की गुरुवार को सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हुई। इस तथाकथित फतवे की खबर कई न्‍यूज पोर्टल्‍स ने बुधवार और गुरुवार को प्रकाशित की। इसके बाद यह सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया, लेकिन खबर की सच्‍चाई को लेकर संशय बना रहा। अधिकतर पोर्टल्‍स ने ब्रिटिश न्‍यूज पोर्टल mirror.co.uk का हवाला देकर खबर चलाई, लेकिन मिरर की यह रिपोर्ट अप्रैल की है। इसके मुताबिक सऊदी मुफ्ती अब्‍दुल अजीज बिन अब्‍दुल्‍ला ने फतवा जारी कर कहा था, ”अगर पति भूखा हो और उसके पास खाने को कुछ न हो तो ऐसी स्थिति में वह पत्‍नी को मारकर खा सकता है।

वायरल हो रही रिपोर्ट के मुताबिक, तथाकथित फतवे में न केवल पत्‍नी को मारकर खाने की बात कही गई है, बल्कि पति को यह भी छूट दी गई है कि वह पत्‍नी के शरीर के कुछ हिस्‍से भी खा सकता है। वायरल रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि मुफ्ती ने ‘सऊदी प्रेस एजेंसी’ (SPA) को रिलीज जारी कर स्‍पष्‍ट किया है कि उन्‍होंने ऐसा कोई फतवा जारी नहीं किया है। उनके हवाले से कहा गया कि यह छवि खराब करने की साजिश है, लेकिन SPA की वेबसाइट पर इसका कोई जिक्र नहीं है। न ही मिरर की रिपोर्ट में फतवे के खंडन का कोई जिक्र है बल्कि उसमें तो मुफ्ती के ऑफिस की ओर से फतवे को सही ठहराए जाने की बात कही है।  हालांकि, CNN Arabic की अप्रैल की रिपोर्ट के अनुसार, मुफ्ती ने फतवे का खंडन किया था। इस रिपोर्ट में यह संकेत भी दिया गया है कि इस फतवे का जिक्र मोरक्‍को के एक ब्‍लॉगर Israfel al-Maghribi ने अपने ब्‍लॉग पर व्‍यंग्‍य के रूप में किया था।

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