इस्राइल की, कब्जे वाले फलस्तीनी भूभाग में नयी बस्तियां बसाने की घोषणा पर यूरोपीय संघ (ईयू) ने चेतावनी दी है कि इससे दो राष्ट्रों के समाधान की संभावनाएं ‘आगे और धूमिल’ होंगी। डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के बाद इस्राइल ने कल कहा था कि उसने कब्जे वाले वेस्ट बैंक इलाके में 2500 नयी बस्तियों को मंजूरी दी है। इससे पहले उसने पूर्वी यरूशलम में 566 नयी बस्तियां बसाने की घोषणा की थी। यूरोपीय संघ की विदेश नीति संबंधी शाखा ने एक बयान में कहा, ‘इन दोनों घोषणाओं से दो राष्ट्रों के व्यवहार्य समाधान की संभावनाएं आगे धूमिल होंगी।’
वेस्ट बैंक और पूर्वी यरूशलम में बस्तियां बसाये जाने को अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत अवैध और शांति की राह में बाधा के रूप में देखा जा रहा है क्योंकि ये बस्तियां उस जमीन पर बसायी जा रही है जिस पर फलस्तीन अपना दावा करता है। विदेश मामलों की कार्रवाई सेवा के प्रवक्ता ने कहा, ‘यह खेदजनक है कि अंतरराष्ट्रीय बिरादरी की लगातार गंभीर चिंता और आपत्तियों के बावजूद इस्राइल इस नीति के साथ आगे बढ़ रहा है।’ यूरोपीय संघ ने एक बयान में कहा,‘दोनों पक्षों की वैध आकांक्षाओं को पूरा करने और शांति स्थापित करने के लिए दोनों राष्ट्रों के बीच केवल बातचीत ही एक समाधान है।’

