इंग्लैंड के मैनचेस्टर में हुए आतंकी हमले में दो लोगों की मौत होने और 3 लोगों के घायल होने की घटना को लेकर इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने दुख व्यक्त किया है। बुधवार को हुए इस हमले को लेकर नेतन्याहू ने कहा है कि इंग्लैंड में यहूदी समुदाय पर हमला हमला होना दुखी करने वाली बात है।

मैनचेस्टर के हीटन पार्क हिब्रू कांग्रेगेशन सिनागॉग के बाहर हुए इस हमले को लेकर ग्रेटर मैनचेस्टर पुलिस ने हमलावर की पहचान कर ली है। ये हमला 35 वर्षीय जिहाद अल-शामी ने किया है। शामी ने यहूदी त्योहार योम किप्पुर के दौरान भीड़ पर कार चढ़ाते हुए राहगीरों पर चाकू से हमला किया था। पुलिस ने उसे घटनास्थल पर ही मार गिराया। पुलिस ने यह भी पुष्टि की कि उसने एक बनियान पहनी हुई थी जो विस्फोटक लग रही थी हालांकि कोई बम नहीं मिला।

लंबे समय से ब्रिटेन में रह रहा था हमला करना वाला शामी

सीरियाई मूल का ब्रिटिश नागरिक अल-शमी बचपन में ही ब्रिटेन में प्रवेश कर गया था और 2006 ब्रिटिश नागरिक बन गया। एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि वह ब्रिटेन के कट्टरपंथ-विरोधी कार्यक्रम का हिस्सा नहीं था।

आतंकवाद से जुड़े अपराधों के संदेह में एक 60 वर्षीय महिला सहित तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने सुबह 9 बजे के करीब एक लूटपाट करने वाले आतंकी हमले के लिए कोडवर्ड ‘प्लेटो’ घोषित किया। घटनास्थल पर एक बम निरोधक इकाई भी तैनात की गई थी।

ब्रिटेन में यहूदी प्रार्थना स्थल पर हमला, दो लोगों की हत्या, पुलिस की कार्रवाई में मारा गया हमलावर

ब्रिटेन के नेताओं और यहूदी समुदाय के प्रतिनिधियों ने हमले की निंदा की। प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने इसे बर्बर हमला बताया और कहा कि इजरायल ब्रिटेन के यहूदी समुदाय के साथ दुःखी है। लेबर पार्टी के नेता सर कीर स्टारमर ने देश भर के यहूदी प्रार्थना स्थलों पर अतिरिक्त पुलिस सुरक्षा की घोषणा की, जबकि लंदन के मेयर सादिक खान ने कहा कि राजधानी में गश्त बढ़ा दी जाएगी।

मुख्य रब्बी सर एप्रैम मिर्विस ने इस हमले को ब्रिटेन में यहूदी-विरोधी भावना की निरंतर लहर का दुखद परिणाम बताया। पुलिस इस घटना को आतंकवादी हमला मान रही है तथा अपनी जांच के तहत तीन और गिरफ्तारियां की हैं।