मिस्र के एक सांसद अल्हामी एजिना का कहना है कि विश्वविद्यालयों को महिलाओं को प्रवेश देने से पहले वर्जिनिटी टेस्ट कराना चाहिए। उनके इस बयान पर काफी विवाद भी हो रहा है। एजिना ने मिस्र के अखबार योउम 7 से कहा, ”जो भी लड़की विश्वविद्यालय जाती है तो हमें उसकी मेडिकल जांच करनी होगी जिससे पता चले कि वह वर्जिन है। इसलिए प्रत्येक लड़की को दाखिल के वक्त आधिकारिक दस्तावेज जमा कराना चाहिए।” एजिना ने कहा कि वर्जिनिटी टेस्ट होने से देश में उर्फी शादियों में कमी आएगी। आपको बता दें कि उर्फी शादियों में दुल्हन के परिवारवालों की मंजूरी नहीं होती है। उर्फी शादी के दौरान केवल दो गवाह मौजूद होते हैं और यह शादियां गुप्त रूप से होती हैं। मिस्र में शादी से पहले सेक्स की मनाही है। इसलिए इस तरह की शादियों के जरिए शादी से पहले के सेक्स को स्वीकार कर लिया जाता है। इसलिए उर्फी शादियों की आलोचना हो रही है।
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एजिना ने कहा कि वर्जिनिटी टेस्ट में फेल होने पर उसके माता-पिता को इस बारे में तुंरत जानकारी दी जानी चाहिए। अल्हामी एजिना इससे पहले भी महिलाओं के बारे में विवादित टिप्पणी कर चुके हैं। पिछले महीने उन्होंने कहा था कि महिलाओं के वजाइना का अंगछेदन किया जाना चाहिए जिससे कि उनकी यौन इच्छा कम हो सके। इसके पीछे उन्होंने तर्क दिया कि मिस्र के लोग सेक्सुअली कमजोर होते हैं। उन्होंने पिछले सप्ताह इटली जा रही नाव के डूब जाने के कारण मरने वाले शरणार्थियों से भी किसी तरह की हमदर्दी ना रखने की बात कही थी। उनका कहना था कि वे लोग अवैध रूप से एक अविश्वसनीय सपने को जीने जा रहे थे।