इजिप्टएयर विमान हादसे के संबंध में तलाश का कार्य कर रहे कर्मियों को यात्रियों के शरीर के हिस्से, उनका सामान और सीटें मिलने के कुछ ही समय बाद नई जानकारी मिली है कि विमान के भूमध्यसागर में दुर्घटनाग्रस्त होने से चंद मिनट पहले ही उसके कैबिन में धुएं संबंधी अर्ल्ट चालू हो गया था। पेरिस से 66 लोगों को लेकर काहिरा जा रहा यह विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। हवाई उद्योग की वेबसाइट एविएशन हेराल्ड पर जारी डेटा के अनुसार सिग्लन गायब होने से चंद मिनट पहले शौचालय और विमान के बिजली उपकरणों में धुएं का पता चला था। वेबसाइट ने बताया कि उसे तीन स्वतंत्र माध्यमों के एयरकाफ्ट कम्युनिकेशंस एड्रेसिंग एंड रिपोर्टिंग सिस्टम (एसीएआरएस) के जरिए दायर उड़ान संबंधी डेटा से यह जानकारी मिली है।

इससे पहले सूचना मिली थी कि मिस्र की सेना को इजिप्टएयर की उड़ान एमएस804 का मलबा, यात्रियों का सामान, उनके शरीर के हिस्से और विमान की सीटें मिली हैं लेकिन अहम ब्लैक बॉक्स अभी तक नहीं मिला है। अधिकारियों ने धुएं संबंधी अर्ल्ट से जुड़े डेटा की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। अधिकारियों ने पहले इस हादसे का संबंध किसी आतंकी घटना से होने के संकेत दिए थे। विमान में सवार एक भी व्यक्ति जीवित नहीं मिला है।

हेराल्ड ने बताया कि एसीएआरएस में दिखाया गया कि गुरुवार (19 मई) को स्थानीय समायानुसार दो बजकर 26 मिनट (भारतीय समयानुसार पांच बजकर 56 मिनट) पर एयरबस ए320 के शौचालय में धुएं का पता चला। इसके एक मिनट बाद ही भारतीय समयानुसार पांच बजकर 57 मिनट पर वैमानिकी धुआं अर्ल्ट चालू हो गया। वेबसाइट ने बताया कि एसीएआरएस का अंतिम संदेश भारतीय समयानुासर पांच बजकर 59 मिनट पर मिला। इसके चार मिनट बाद यानी स्थानीय समयानुसार दो बजकर 33 मिनट पर विमान से संपर्क टूट गया। एसीएआरएस का इस्तेमाल विमान का परिचालन करने वाली विमानन कंपनी में उड़ान संबंधी डेटा नियमति रूप से डाउनलोड करने के लिए किया जाता है।

सीएनएन के विमानन विश्लेषक रिचर्ड क्वेस्ट ने कहा, ‘यह (डेटा) हमें इस बारे में कुछ नहीं बताता कि बम के कारण विस्फोट हुआ था या इसका कारण कोई तकनीकी गड़बड़ी थी लेकिन यह हमारी तलाश के दायरे को तत्काल कम कर देता है।’ एलेक्जेंड्रिया के पास इजिप्टएयर उड़ान एमएस804 का मलबा ऐसे समय मिला है जब नौसेना विमान के ब्लैक बॉक्स और शवों की तलाश में जुटी है। मलबा मिलने के तुरंत बाद, मिस्र के राष्ट्रपति कार्यालय ने लापता विमान के हादसे को पहली बार आधिकारिक रूप से स्वीकारते हुए लोगों की मौत पर ‘गहरा दु:ख’’ जताया। विमान की उस दिन की यह पांचवी उड़ान थी और रडार से लापता होने के दौरान वह 37,000 फुट की ऊंचाई पर उड़ान भर रहा था। पेरिस के लिए उड़ान भरने से पहले विमान ट्यूनिशिया में रुका था।

विमान में चालक दल के 10 सदस्य और 56 यात्री सवार थे। इजिप्टएयर ने बताया कि विमान में दो नवजात शिशु और एक बच्चा भी सवार थे। एविएशन सिक्योरिटी इंटरनेशनल मैगजीन के संपादक फिलिप बौम ने ‘बीबीसी’ से कहा कि तकनीकी गड़बड़ी की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘विमान के शौचालय में धुआं पाया गया, इसके बाद वैमानिकी कक्ष में धुएं का पता चला और तीन मिनट बाद विमान की प्रणालियों ने काम करना बंद कर दिया। इससे इस ओर संकेत मिलने लगा है कि यह अपहरण नहीं था, यह कॉकपिट में किसी संघर्ष से जुड़ी घटना नहीं थी, इसके आग लगने से जुड़ा होने की अधिक संभावना है।’ बौम ने कहा, ‘लेकिन अभी हमें यह नहीं पता कि यह आग तकनीकी गड़बड़ी से लगी, कोई शॉर्ट सर्किट हुआ या किसी बम में विस्फोट से ऐसा हुआ।’

इस बीच यूनान के हवाई दुर्घटना के प्रमुख जांचकर्ता अथानासियोस बिनिस ने कहा कि इस ‘संदर्भ का बिंदु’ यूनान के कारपाथोस के 30 मील दक्षिण में कोई इलाका है। विमान का ब्लैक बॉक्स तलाशने के लिए व्यापक अंतरराष्ट्रीय हवाई एवं समुद्री अभियान का केंद्र अब यह स्थल है। गार्जियन ने बिनिस के हवाले से कहा, ‘विमान के (नीचे गिरने के) तीन कारण हो सकते हैं। मौसम संबंधी, तकनीकी और मानवीय। मौसम अच्छा होने के कारण पहली संभावना से इनकार कर दिया गया है। अब यह देखना बाकी है कि यह विमान के भीतर या बाहर किसी तकनीकी कारण से दुर्घटनाग्रस्त हुआ या इसकी वजह कोई मानवीय कारक था।

यूरोपियन स्पेस एजेंसी उपग्रहों ने विमान के लापता होने के स्थल पर तेल की परत का पता लगाया था लेकिन संगठन ने कहा कि इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि इसका संबंध विमान से था। मिस्र के समुद्र तट से करीब 280 किलोमीटर की दूरी पर भूमध्यसागर के ऊपर गुरुवार (19 मई) देर रात (स्थानीय समयानुसार) ढाई बजे विमान का रडार से संपर्क टूट गया था। विमान को सवा तीन बजे काहिरा हवाई अड्डे पर पहुंचना था।