पिछले महीने 8,000 लोगों की जान लेने वाले प्रलंयकारी भूकंप से बुरी तरह बर्बाद नेपाल पर आज फिर कुदरत की मार पड़ी और दोबारा आए भीषण भूकंप ने 36 लोगों की जान ले ली तथा 1,000 से ज्यादा लोग घायल हुए।

अमेरिका के जिओलॉजिकल सर्वे के मुताबिक 12 बजकर 35 मिनट पर भूकंप आया, जिसका केन्द्र काठमांडो के 83 किलोमीटर पूर्व में माउंट एवरेस्ट के निकट 15 किलोमीटर की गहराई में था। एजेंसी ने पहले भूकंप का वेग रिक्टर पैमाने पर 7.4 मापा था, लेकिन बाद में इसकी तीव्रता 7.3 बताई।

पिछले महीने धरती के करवट बदलने से सबसे ज्यादा प्रभावित दोलाखा और सिंधुपाल चौक जिलों पर इस बार भी भूकंप का सबसे ज्यादा असर पड़ा। गृह मंत्रालय के अनुसार आज के भूकंप के कारण कम से कम 36 लोगों की मौत हुई और 1,117 अन्य घायल हुए।

इस ताजा भूकंप से पहले से खौफजदा लोग एक बार फिर थर्रा गए, जो 25 अप्रैल को आए 7.9 तीव्रता के भूकंप के बाद से खुले में रह रहे थे। उस भूकंप में गांव के गांव जमींदोज हो गए, कई बड़ी इमारतें धराशाई हो गईं और 8,000 से ज्यादा लोगों की मौत हुई।

नेपाल के राष्ट्रीय आपदा अभियान केन्द्र के अनुसार, ‘‘सभी उपलब्ध हेलीकॉप्टरों को मेडिकल दलों, एसएसआर टीम के साथ जल्द ही दोलाखा और सिंधुपाल चौक में लगाया जाएगा।’’

भारतीय वायु सेना ने आज के भूकंप के बाद आठ हेलीकाप्टरों को नेपाल में तैनात किया और उनमें से एक ने प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण भी किया।

बड़े भूकंप के बाद एक के बाद आए पांच झटकों (आफ्टरशॉक्स) ने लोगों को दहलाए रखा। इनकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर पांच से अधिक मापी गई।

आज के भूकंप के बाद नेपाल के एकमात्र अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट को कुछ देर के लिए बंद कर दिया गया और काठमांडो आने वाले विमानों को दूसरी जगह भेजा गया। अधिकारियों ने सभी स्कूलों को अगले दो दिन बंद रखने का आदेश दिया।

राजधानी काठमांडो में भूकंप का तेज झटका महसूस किया गया, जहां लोग घबराकर अपने घरों से बाहर निकल आए और कुछ ने तो अनिष्ट की आशंका से रोना शुरू कर दिया। अधिकारियों ने लोगों से खुले स्थानों पर चले जाने को कहा।

धरती के डोलने से नेपाल में कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ और इमारतें गिर पड़ीं। पिछले महीने नेपाल में जो भूकंप आया वह नेपाल के 80 बरस के इतिहास में अब तक का सबसे भीषण भूकंप है, जिसके बाद 150 से ज्यादा झटके आए।

आज के इस भूकंप का प्रभाव भारत के पूर्वी और पूर्वोत्तर भागों में भी महसूस किया गया। भूकंप से सबसे ज्यादा प्रभावित बिहार, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश में मरने वालों का आंकड़ा अब तक 17 पर पहुंच चुका है।

भूकंप के झटके चीन में भी महसूस किए गए, जहां तिब्बत में एक महिला की मौत हुई।