तालिबान ने कथित तौर पर 2019 में भारत द्वारा अफगानिस्तान को दान किए गए चार हेलीकॉप्टरों में से एक पर कब्जा कर लिया है। तालिबान ने इसे तब कब्जे में लिया, जब उसने उत्तरी प्रांत में स्थित कुंदुज हवाई अड्डे पर कब्जा कर लिया।
तालिबान को सोशल मीडिया पर एमआई-24 अटैक हेलिकॉप्टर के बगल में पोज देते देखा गया। भारत ने अफगान वायु सेना को तीन चीता लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टरों के साथ चार Mi-24V अटैक हेलिकॉप्टर दान में दिए थे। ये हेलीकॉप्टर, अफगानिस्तान और बेलारूस के बीच एक समझौते के हिस्से के रूप में दिए गए थे। जिसे भारत सरकार ने वित्तपोषित किया गया था। इसके अलावा, भारत ने अफगान वायुसैनिकों को प्रशिक्षण भी दिया था।
बताया जा रहा है कि ये हेलीकॉप्टर उड़ान भरके के लायक नहीं है। क्योंकि हार को सामने देख आफगानिस्तानी सैनिकों ने इसके इंजन और सारे पूर्जे निकाल लिए थे। तालिबान ने इस हेलीकॉप्टर के साथ खुद का वीडियो रिलीज किया है। हालांकि आफगानिस्तान की सेना की तरफ से इसे लेकर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
बता दें कि अफगानिस्तान से अमेरिका और उसके सहयोगी देशों की सेना के निकलने के बाद से तालिबान लगातार अपना दायरा बढ़ा रहा है। विद्रोहियों ने अब तक सात से आठ प्रांतीय राजधानियों पर कब्जा कर लिया है। उत्तरपूर्वी प्रांत बदख्शां की राजधानी फैजाबाद की हार अफगान सरकार के लिए ताजा झटका है, जो तालिबान के हमलों की गति को रोकने के लिए संघर्ष कर रही है। अमेरिकी खुफिया विभाग ने कहा कि तालिबान को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर कब्जा करने में लगभग 90 दिन लगेंगे।
भारत ने आफगानिस्तान में अरबों डॉलर का निवेश कर रखा है, लेकिन तालिबान के बढ़ते कदम भारत के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकते हैं। उधर अमेरिका के जाने के बाद तालिबान ने हाल के दिनों में अपने हमलों को और तेज कर दिया है। पिछले 2 दिनों के अंदर ही तालिबान ने पांच प्रांतों की राजधानी पर कब्जा कर लिया है। अमेरिका अफगान सेना की मदद सिर्फ हवाई हमलों के जरिए ही कर रहा है। अमेरिका का कहना है कि जमीनी लड़ाई का मोर्चा अफगान सेना संभाले और जरूरत पड़ने पर अमेरिका हवाई सपोर्ट देगा।

