अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता हस्तांतरण दल ने सत्ता का सहज हस्तांतरण सुनिश्चित करने के लिए शुक्रवार (18 नवंबर) को रक्षा मंत्रालय और विदेश मंत्रालय के साथ-साथ व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद से संपर्क किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने गुरुवार को कहा, ‘विदेश मंत्रालय अब नव-निर्वाचित राष्ट्रपति के सत्ता हस्तांतरण प्रतिनिधियों के संपर्क में है। हम सत्ता का निर्बाध हस्तांतरण सुनिश्चित करने की राष्ट्रपति की प्राथमिकता के अनुरूप उनके काम और तैयारियों को सहयोग देने के इच्छुक हैं।’ पेंटागन के प्रेस सचिव पीटर कुक ने कहा कि नव निर्वाचित राष्ट्रपति के सत्ता हस्तांतरण दल के प्रतिनिधियों ने शुरुआती संवाद के लिए कुछ समय पहले विभाग से संपर्क किया था। उन्होंने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि पहली बैठक शुक्रवार को होगी। जैसा कि रक्षा मंत्री एश्टन कार्टर ने कहा है, हम एक निर्बाध और दक्ष सत्ता हस्तांतरण सुनिश्चित करने के लिए हर संभव चीज करेंगे।’
उधर ट्रंप अपनी टीम तैयार करने के लिए बैठकें और चर्चाएं कर रहे हैं। उन्होंने अलबामा के सीनेटर जेफ सेशन्स, पूर्व विदेश मंत्री हैनरी किसिंगर और दक्षिण कैरोलीना की गवर्नर निकी हेली से मुलाकात की। सत्ता हस्तांतरण दल की ओर से जारी बयान में कहा गया कि किसिंगर के साथ मुलाकात के दौरान ट्रंप ने चीन, रूस, ईरान और यूरोपीय संघ, विभिन्न घटनाओं और वैश्विक मुद्दों पर बात की। इसी बीच, मीडिया में आई खबरों में कहा गया कि ट्रंप अपने कटु आलोचक और वर्ष 2012 में राष्ट्रपति पद के रिपब्लिकन उम्मीदवार मिट रोमनी से मुलाकात की योजना बना रहे हैं। बीती गर्मियों में रोमनी ने ट्रंप की भारी आलोचना की थी।