अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आज दावा किया कि अमेरिका ने चीन का पुर्निनमाण किया है। ट्रंप ने नेशनल फेडरेशन आॅफ इंडिपेंडेंट बिजनेसेस को संबोधित करते हुए कहा , ‘‘ आप देख रहे हैं चीन के साथ क्या हो रहा है। हमारे पास विकल्प नहीं है। यह बहुत साल पहले ही हो जाना चाहिए था। चीन हर साल हमारे देश से 500 अरब डॉलर ले जा रहा है और अपना पुर्निनमाण कर रहा है। उन्होंने कहा , मैं हमेशा कहता रहा हूं , हमने चीन का पुर्निनमाण किया है। उन्होंने हमसे बहुत लिया है। अब समय आ गया है दोस्तों , अब समय आ गया है। ’’ ट्रंप का यह बयान चीन के अतिरिक्त 200 अरब डॉलर के सामानों पर अमेरिका द्वारा शुल्क लगाने की धमकी के एक दिन बाद आया है। इससे विश्व की दो बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच व्यापार युद्ध नये स्तर पर पहुंच गया है।
अमेरिका ने पिछले सप्ताह चीन के 50 अरब डॉलर के सामानों पर शुल्क लगा दिया था। इसके जवाब में चीन ने भी अमेरिका के 50 अरब डॉलर के 659 उत्पादों पर शुल्क लगा दिया था।
ट्रंप ने कहा कि उन्होंने अमेरिकी कंपनियों को समान प्रतिस्पर्धी स्तर मुहैया कराया है। उन्होंने कहा , ‘‘ अमेरिकी कंपनियों को दूसरे देशों की उन कंपनियों की तुलना में अब समान अवसर मुहैया हो रहा है जिन्हें सरकारी छूटों समेत कई अन्य फायदे मिलते रहे हैं। ’’ ट्रंप ने कहा कि उन्होंने अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि रॉबर्ट लाइटहाइजर को चीन से आने वाले उन उत्पादों की दूसरी सूची तैयार करने को कहा है जिनके ऊपर 10 प्रतिशत शुल्क लगाया जा सके। उन्होंने कहा कि यदि चीन अपनी आदतों से बाज नहीं आया तो कानूनी प्रक्रियाओं के पूरा होते ही 200 अरब डॉलर के अतिरिक्त चीनी सामानों पर शुल्क लगा दिया जाएगा।
वहीं दूसरी ओर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के चीन पर अतिरिक्त आयात शुल्क लगाए जाने के कदम के बाद मंगलवार को दुनियाभर के शेयर बाजारों में गिरावट दर्ज की गई। बीबीसी के मुताबिक, डॉव जोंस में 300 से अधिक अंकों यानी 1.6 फीसदी की गिरावट रही। ट्रंप ने चीन पर 200 अरब डॉलर के चीनी सामान पर आयात शुल्क लगाने की चेतावनी दी है, जिससे व्यापार युद्ध बढ़ गया है। ट्रंप नेकहा कि यदि चीन अपनी गतिविधियों में बदलाव करने से इनकार करता है तो अतिरिक्त आयात शुल्क लगाए जाएंगे। एशिया के शेयर बाजारों में सर्वाधिक गिरावट चीन के शंघाई कंपोजिट में दर्ज की गई। शंघाई कंपोजिट 3.8 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ।
यूरोप में जर्मनी का डैक्स सूचकांक में 1.2 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ। फ्रांस के कैक में 1.1 फीसदी की गिरावट रही। लंदन का एफटीएसई 100 सूचकांक 27 अंकों यानी 0.36 फीसदी की कमजोरी के साथ 7,603.85 पर बंद हुआ।