राष्ट्रपति पद के रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि यदि वे सत्ता में आते हैं तो उनका प्रशासन बढ़ते हस्तक्षेप को रोकते हुए आइएस को पूरी तरह खत्म करने पर जोर देगा। ट्रंप ने फ्लोरिडा में एक चुनावी रैली में कहा, ‘ट्रंप का प्रशासन बेतहाशा हस्तक्षेपों को रोकेगा और वह आइएस को हराने और पूरी तरह तबाह करने पर ध्यान केंद्रित करेगा। हम अपनी साइबर सुरक्षा को भी मजबूत करेंगे।’ ट्रंप ने कहा कि उनकी अगुआई में अमेरिका अपने दुश्मनों को नष्ट करने के लिए जरूरत पड़ने पर साइबर हमले का इस्तेमाल करेगा और उन्हें आनलाइन भर्ती से रोकेगा।
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उन्होंने कहा, ‘आइएस हमारे बच्चों को देश से बाहर ले जा रहा है क्योंकि वे इंटरनेट का इस्तेमाल हमसे बेहतर तरीके से कर रहे हैं। इसी के साथ, हम अपनी कमजोर हो चुकी सेना का पुनर्निर्माण करने वाले हैं। हम अपने लोगों का ध्यान रखने वाले हैं। इसके तहत हर तरह के आधुनिक तंत्र बनाए जाएंगे।
जब अमेरिका को सुरक्षित रखने की बात हो तो मेरे हिसाब से तीन शब्द बेहद महत्वपूर्ण हैं- ताकत से शांति। हम सेना का इस्तेमाल नहीं करना चाहते।’ मेक्सिको सीमा पर दीवार बनाने और मेक्सिको की सरकार से इसके लिए धन निकलवाने की बात दोहराते हुए ट्रंप ने कहा कि यह तय है कि उनका प्रशासन अमेरिका की सीमाओं को सुरक्षित, नियंत्रित और संरक्षित बनाएगा। ट्रंप ने आरोप लगाया कि उनकी डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी हिलेरी क्लिंटन सीरियाई शरणार्थियों की संख्या में 550 फीसद की वृद्धि चाहती हैं। उन्होंने आरोप लगाया, ‘हम उनके बारे में कुछ नहीं जानते।
विकीलीक्स के मुताबिक, उन्होंने खुद भी निजी तौर पर यह बात मानी थी कि वे जानती हैं कि आतंकी हमारे शरणार्थी कार्यक्रम में घुसपैठ की कोशिश कर रहे हैं।’ ट्रंप ने कहा आतंकी पहले ही अमेरिका में घुस चुके हैं। उन्होंने कहा, ‘अब हमारे 50 राज्यों में आइएस के 1000 मामलों की जांच हो रही हैं। न्यू जर्सी, न्यूयार्क, मिनेसोटा, वाशिंगटन के मॉल में गोलीबारी जैसी घटनाएं खुली आव्रजन व्यवस्था के कारण संभव हुईं। यह तंत्र सिर्फ मूर्खों की सुरक्षा के लिए है और हम मूर्ख नहीं हैं।’ हिलेरी पर चरमपंथी इस्लाम शब्द का इस्तेमाल न किए जाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, ‘मैं चरमपंथी इस्लामी आतंकियों को इस देश से बाहर रखने वाला हूं।’