माली के उत्तर में एक सैन्य शिविर पर हुए आत्मघाती हमले में मरने वालें की संख्या बढ़कर 77 हो गई है। फ्रांसीसी सेना के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी। कर्नल पैट्रिक स्टीगर ने गुरुवार (19 जनवरी) को बताया कि एक आत्मघाती हमलावर गाओ में सेना के एक शिविर में विस्फोटकों से भरा वाहन लेकर घुस आया। इस हमले में मारे गए सभी लोग माली के रहने वाले हैं। वे सरकार के साथ वर्ष 2015 के शांति समझौते के बाद इलाके को स्थिर बनाने की कोशिश करने वाले जवान एवं पूर्व लड़ाके थे। अलकायदा की उत्तर अफ्रीका शाखा से संबद्ध समूह अल मौराबितौन ने बुधवार को हुए इस हमले की जिम्मेदारी ली है और चेतावनी दी है कि ‘फ्रांस के झांसे में आने वाले सभी लोगों को’ सजा दी जाएगी।
स्टीगर ने कहा कि वह घायलों की संख्या के बारे में निश्चित रूप से नहीं कह सकते लेकिन बुधवार (18 जनवरी) रात को घायलों की संख्या 150 बताई गई थी। यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब कुछ ही दिन पहले फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद गाओ आए थे। फ्रांस ने उत्तरी माली के अधिकतर हिस्सों पर कब्जा करने वाले और दक्षिण को डराने वाले इस्लामी आतंकवादियों के सफाए के लिए वर्ष 2013 में माली में हस्तक्षेप किया था।