काबुल में एक शिया मस्जिद (इमामबाड़ा) में सोमवार (21 नवंबर) को उस समय शक्तिशाली विस्फोट हुआ जब एक अकीदतमंद वहां एकत्र हुये थे। अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट में कम से कम 28 लोगों की मौत हो गई जबकि 35 लोग घायल हो गए। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी फ्रिदोन ओबैदी ने बताया, ‘आत्मघाती हमलावर ने मस्जिद के भीतर अकीदतमंदों के बीच पहुंचकर खुद को उड़ा लिया। इसमें 27 लोगों की मौत हो गई और 35 लोग घायल हो गए।’ पुलिस ने अफगानिस्तान की राजधानी के पश्चिमी हिस्से में स्थित बाकिर ओलुम मस्जिद के इर्द-गिर्द का इलाका खाली करवा लिया है। विस्फोट उस जगह हुआ, जहां पैगंबर मोहम्मद के नवासे और कर्बला, इराक में जान कुर्बान करने वाले इमाम हुसैन की याद में शोक मनाने के लिए दो मंजिला भवन के पहले तल पर शिया श्रद्धालु जमा थे।
अली जान ने एएफपी को बताया, ‘मैं तब मस्जिद में ही था, लोग दुआ कर रहे थे तभी धमाके की तेजी आवाज आई और खिड़की टूट गई। मुझे समझ नहीं आया कि आखिर हुआ क्या है। मैं चिल्लाता हुआ बाहर की ओर भागा।’ धमाके में मामूली रूप से घायल एवाज अली (50) ने बताया, ‘मैं मस्जिद के भीतर था तभी अचानक विस्फोट हुआ और अंधेरा छा गया।’ इससे पहले, साल की शुरुआत में उत्तरी अफगानिस्तान में शियाओं को निशाना बनाकर अशुरा के दौरान किए गए शक्तिशाली विस्फोट में 14 लोगों की मौत हो गई थी। सोमवार के हमले की जिम्मेदारी फिलहाल किसी समूह ने नहीं ली है, लेकिन तालिबान और इस्लामिक स्टेट ग्रुप सुन्नी आतंकी कट्टरपंथी समूह शियाओं को कमतर मानता है और आए दिन शिया मस्जिदों और मजलिसों पर हमला करता है।
BREAKING: Kabul Police: Casualty toll from suicide bomb attack on Shiite mosque increased to 27 dead and at least 35 wounded.
— The Associated Press (@AP) November 21, 2016