भारत द्वारा चीनी सामान का विरोध करने पर चीनी मीडिया ने इसपर एक लेख लिखा। लेख में लिखा गया कि सोशल मीडिया पर भारत के लोगों द्वारा दिखाई जा रही गर्मजोशी बेकार है क्योंकि भारत में बना समान चीन के सामान को टक्कर नहीं दे सकता। चीन अखबार ग्लोबल टाइम्स के लेख में लिखा गया, ‘भारतीय अथोरिटी को भारत-चीन के बीच व्यापार घाटे में बारे भौंकने दिया जाना चाहिए। लेकिन असलियत यही है कि वह इसको लेकर कुछ कर नहीं सकते।’ इतना ही नहीं लेख में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ को भी ‘असंभव’ बताया गया। साथ ही चीन की कंपनियों को भी भारत में निवेश ना करने की सलाह दी गई। लिखा गया कि भारत में निवेश करना ‘सुसाइड’ करने जैसा है क्योंकि वहां (भारत) भ्रष्टाचार काफी ज्यादा है। लेख में भारत का मजाक उड़ाते हुए यह भी लिखा गया कि भारत अभी सड़क-हाईवे बनाने जैसी परेशानियों से ही जूझ रहा है।
वीडियो: चीन NSG पर भारत का समर्थन करने के लिए तैयार लेकिन मसूद अज़हर को बैन करने के खिलाफ
लेख में अमेरिका का भी जिक्र किया गया। उसमें लिखा गया कि अमेरिका किसी का दोस्त नहीं है वह बस चीन की तरक्की देखकर जलता है। वहीं भारत के बारे में आगे लिखा गया कि भारत के पास काफी पैसा है लेकिन वह पैसा कुछ लोगों तक ही सीमित है। जिसमें राजनेता, ब्यूरोक्रेट और कुछ पूंजीपति शामिल हैं। साथ ही लिखा गया कि भारत के पूंजीपति भी भारत में निवेश नहीं करना चाहते।
Read Also: Video: मसूद अजहर को आतंकी घोषित करने पर किया सवाल तो हंसने लगे पूर्व चीनी राजदूत, बोले- मुझे तुम्हारी बात..
गौरतलब है कि चीन ने जैश ए मोहम्मद के आतंकी मसूद अजहर को अंतर्राष्ट्रीय आतंकी घोषित करने में भारत की कोशिशों को नाकाम कर दिया था। तब से ही भारत में कई संगठन चीन के विरोध में आ गए हैं। संगठन लोगों से अपील कर रहे हैं कि चीन का सामान ना खरीदें।
