चीन के विदेश मंत्री ने सोमवार (5 दिसंबर) को आगाह किया कि संबद्ध देशों की घरेलू परिस्थितियों में किसी भी तरह के परिवर्तन से ईरान के परमाणु समझौते का कार्यान्वयन प्रभावित नहीं होना चाहिए। उनका यह बयान अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस बयान के बाद आया है, जिन्होंने इस समझौते को खत्म करने की धमकी दी थी। जुलाई 2015 में वियना में इस समझौते पर हस्ताक्षर किया गया था और जनवरी से यह लागू है। इसमें अमेरिका और अन्य देशों से प्रतिबंध में छूट के बदले तेहरान से परमाणु कार्यक्रम को रोकने के लिए कहा गया था।  ट्रंप ने राष्ट्रपति पद संभालने के बाद इस परमाणु समझौते को खत्म करने का वादा किया है। अपने ईरानी समकक्ष मोहम्मद जावेद जरिफ से मुलाकात के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि समझौते को लागू करना सभी पक्षों की संयुक्त जिम्मेदारी है और किसी भी संबंधित देश की घरेलू परिस्थितियों में परिवर्तन से यह प्रभावित नहीं होनी चाहिए।