चीन ने साउथ चाइना सी के उस विवादित द्वीप पर लड़ाकू विमान भी भेजे हैं, जिसपर कुछ दिन पहले ही उसने जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइलें भी तैनात की हैं। बुधवार को अमेरिकी अधिकारियों ने ऐसा दावा किया। फॉक्‍स न्‍यूज ने दो अनाम अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से बताया कि यूएस इंटेलिजेंस को बीते कुछ दिनों में विवादित पारासेल द्वीपों के वुडी आर्इलैंड पर चीनी लड़ाकू विमान शेनयांग जे 11 और श्‍यान जेएच 7 के होने के सबूत मिले हैं। यूएस पैसिफिक कमांड के प्रवक्‍ता नेवी कैप्‍टन डैरेन जेम्‍स ने इस रिपोर्ट की पुष्‍ट‍ि की है। हालांकि, उन्‍होंने कहा कि चीनी लड़ाकू विमानों ने पहले ही इस द्वीप का इस्‍तेमाल किया।

बता दें कि वुडी आईलैंड पर ताइवान और वियतनाम भी दावा करते रहे हैं। यहां 1990 के दशक तक एयरफील्‍ड संचालित किया जाता रहा है। हालांकि, इसे पिछले जे 11 लड़ाकू विमानों को ध्‍यान में रखकर अपग्रेड किया गया। अमेरिकी प्रवक्‍ता जेम्‍स ने कहा, ”हम अभी भी इस बात को लेकर चिं‍तित हैं कि चीन लगातार इस वि‍वादित द्वीप पर आधुनिक हथियारों की तैनाती कर रहा है।” चीन द्वारा इस तरह के कदम ऐसे वक्‍त में उठाए गए हैं जब अमेरिकी सेक्रेटरी ऑफ स्‍टेट जॉन केरी ने अपनी चीनी समकक्ष विदेश मंत्री वांग यी की वॉशिंगटन में अगवानी की है। बीते हफ्ते चीन ने इस बात की पुष्‍ट‍ि की थी कि उसने वुडी आईलैंड पर ‘हथियार’ तैनात किए हैं। चीन ने अपने इस कदम का यह कहते हुए बचाव किया था कि यह उसका हक है। अमेरिकी अफसरों के मुताबिक, बीजिंग ने यहां जमीन से आसमान में मार करने वाले एचक्‍यू 9 एस मिसाइल तैनात किए हैं। इसकी रेंज करीब 200 किमी होती है।