अमेरिका के टेनेसी में दो सैन्य केंद्रों पर एक बंदूकधारी की गोलीबारी में चार मरीन मारे गए। अधिकारियों ने बताया कि इस हिंसा की जांच ‘‘घरेलू आतंकवाद’’ के रूप में की जा रही है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि हमले में एक पुलिस अधिकारी, मरीन कोर भर्तीकर्ता और नौसेना का एक नाविक घायल हो गए। एफबीआई ने बंदूकधारी की पहचान मोहम्मद यूसुफ अब्दुलअजीज (24) के रूप में की जो पुलिस के साथ हुई गोलीबारी में खुद भी मारा गया।
कल हुए इस हमले ने 2009 में फोर्ट हुड हिंसा और 2013 में वाशिंगटन के नेवी यार्ड हमले सहित अमेरिकी सैन्य प्रतिष्ठान्नों में हुई अन्य भीषण गोलीबारियों की याद दिला दी। दोनों हमलों में क्रमश: 13 और 12 लोगों की मौत हुई थी।
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इस गोलीबारी को ‘‘हृदय विदारक’’ बताया और अमेरिका के लोगों से पीड़ितों के संबंधियों के लिए प्रार्थना करने को कहा। चैटानूगा के महापौर एंडी बर्के ने इस मामले में सुरक्षा एजेंसियों द्वारा तत्काल कार्रवाई किए जाने की सराहना करते हुए कहा, ‘‘जो हुआ और हमारे देश की गौरवपूर्ण सेवा करने वालों के साथ जिस तरह से बर्ताव किया गया वह समझ से बाहर है। आज की रात चैटानूगा शहर के लिए बुरे सपने की तरह है।’’
टेनेसी के उस हिस्से के अमेरिकी संघीय वकील बिल किलियन ने कहा कि इस गोलीबारी मामले की जांच‘‘घरेलू आतंकवाद’’ के तौर पर की जा रही है। एफबीआई के विशेष एजेंट एड रेनहोल्ड ने कहा, ‘‘हम इसकी हर संभव दृष्टिकोण से जांच कर रहे हैं कि यह घरेलू, अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद है या फिर एक सामान्य आपराधिक कृत्य।’’
अमेरिकी अटॉर्नी जनरल लॉरेटा लिंच ने बताया कि एफबीआई हमारे सैन्यकर्मियों पर हुए इस जघन्य हमले की जांच करेगी। अब्दुलअजीज चैटानूगा के उपनगर में रहने वाला एक मुस्लिम था।