शारलेट की सड़कों पर प्रदर्शनकारी शुक्रवार (23 सितंबर) को लगातार तीसरी रात बाहर निकले और इस अमेरिकी शहर में लगे कर्फ्यू को धत्ता बताते हुए प्रदर्शन किया। पुलिस द्वारा एक अश्वेत व्यक्ति को गोली मारे जाने के बाद हुई हिंसक संघर्षों के बाद शहर में सुरक्षा के भारी इंतजामात किए गए हैं। सैकड़ों की संख्या में लोगों ने शहर के पुलिस थाने तक मार्च निकाला। उनके हाथों में तख्तियां थीं, जिनपर लिखा था ‘हमें मारना बंद करो’, ‘विरोध सुन्दर होता है’, लेकिन, इस प्रदर्शन के बावजूद पिछली दो रातों के मुकाबले हालात काफी सामान्य थे।

कर्फ्यू के बावजूद सैकड़ों प्रदर्शनकारी सड़कों पर डटे रहे। पुलिस ने भी ज्यादा सख्ती नहीं दिखायी और उनके साथ कोई जबरदस्ती नहीं की। पुलिस पर लगातार दबाव बढ़ रहा है कि वह बृहस्पतिवार को हुई 43 वर्षीय अफ्रीकी-अमेरिकी नागरिक कीथ लामौंट स्कॉट की हत्या का वीडियो रिलीज करें। स्कॉट की हत्या के बाद से ही शहर में अशांति है। स्कॉट के परिवार के वकील का कहना है कि परिवार के सदस्यों ने गुरुवार वीडियो देखा। उसे देखने के बाद जवाब मिलने से ज्यादा सवाल खड़े हो गए हैं।

पुलिस द्वारा अश्वेत लोगों की हत्याओं की कड़ी में स्कॉट की हत्या सबसे ताजा घटना है। इन घटनाओं ने अमेरिका में अशांति पैदा कर दी है। नॉर्थ कैरोलीना के गवर्नर ने शारलेट में आपातकाल की घोषणा कर दी है और सैकड़ों की संख्या में नेशनल गार्ड के सैनिक तथा हाईवे पुलिस अधिकारियों को स्थानीय पुलिस की सहायता में तैनात कियर गया है। शारलेट के पुलिस प्रमुख केर पुटनी ने संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा, ‘हम और अग्रसक्रिय होने वाले हैं।’ उन्होंने कहा, ‘हमने कल (गुरुवार, 22 सितंबर) रात 44 लोगों को गिरफ्तार किया है और ऐसा व्यवहार बर्दाश्त नहीं करने वाले।’