फ्रैंच मैगजीन शार्ली हेब्दो ने अपने पेरिस स्थित दफ्तर पर इस्लामी आतंकियों द्वारा किए गए हमले का एक साल पूरा होने के मौके पर एक और विवादित कार्टून छापा है। इसमें भगवान को बंदूकधारी के रूप में दिखाया गया है। पूरे काले पन्ने पर सफेद रंग में बनाए गए इस कार्टून में गॉड के कपड़ों पर खून के धब्बे लग हुए हैं और पीठ पर रूसी राइफल है। इसका टाइटल है- ‘एक साल बाद भी हत्यारे पहुंच से दूर।’
बुधवार को इस स्पेशल एडिशन की एक लाख प्रतियां छापी जाएंगी और इनमें से 10 हजार से ज्यादा विदेशों में भेजी जाएंगी। गौरतलब है कि गुरुवार को शार्ली हेब्दो के दफ्तर पर हुए हमले को एक साल पूरा हो जाएगा। शेरिफ और साद क्वाची भाइयों की इस हमले में 11 लेखक और कार्टूनिस्ट मारे गए थे। इस घटना के बाद मैगजीन की बिक्री में काफी बढ़ोत्तरी देखी गई है और इसकी बिक्री 30 हजार से लगभग 3 लाख कॉपी प्रति सप्ताह तक पहुंच चुकी है। हालांकि हमले के बाद मैगजीन का दफ्तर गुप्त जगह से काम करता है और हर समय सुरक्षा घेरे में रहता है। इस मैगजीन में काम करने वाले लोगों को दफ्तर के बाहर भी पुलिस सुरक्षा मिलती है।
सुरक्षा घेरे में रहना शार्ली हेब्दो के कर्मचारियों के लिए नई बात है हालांकि हमले से पहले भी उन्हें लगातार धमकियां मिलती थी। इसके कुछ कर्मचारी इससे खुश नहीं है और काम छोड़ रहे हैं। एक कर्मचारी ने बताया कि जनवरी अंक उसका अंतिम प्रकाशन होगा। वहीं मैगजीन के बढ़ते लाभ के चलते इसके शेयरहोल्डर्स में भी मतभेद हैं। स्टाफ ने सभी कर्मचारियों को समान हिस्सेदारी देने की मांग की है। वर्तमान में एडिटर लॉरेन सॉरिसो को 70 फीसदी हिस्सेदारी मिलती है।
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