राष्ट्रव्यापी संघर्ष विराम के वाबजूद सीरियाई सैनिकों और विपक्षी लड़ाकों के बीच शुक्रवार (30 दिसंबर) को दमिश्क के बाहर झड़प शुरू हो गयी। ब्रिटेन आधारित सीरियन ऑब्जरवेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने कहा कि यह स्पष्ट नहीं है कि वादी बारदा क्षेत्र में झड़प किसने शुरू की। ऑब्जरवेटरी के प्रमुख रामी अब्दुल रहमान ने बताया कि दमिश्क के पास झड़पें शुरू हो गई और यह जारी है। विरोधियों और फतेह अल शाम फ्रंट के मोर्चों पर हेलीकॉप्टर गोलाबारी कर रहे हैं। यह फ्रंट पहले अल कायदा से संबद्ध था और इसे अल नुसरा फ्रंट नाम से जाना जाता था। सीरिया के मुताबिक उसे शुक्रवार से शुरू हुए संघर्ष विराम समझौते से बाहर रखा गया है। हालांकि, सीरियाई विपक्ष ने कहा है कि उन्हें लगता है कि यह संघर्ष विराम पूरे सीरिया पर लागू होगा जिसमें फतेह अल शाम की उपस्थिति वाले क्षेत्र भी शामिल हैं।
अब्दुल रहमान ने कहा कि झड़पें संघर्ष विराम का उल्लंघन है लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि इसे शुरू करने के लिए कौन सा पक्ष जिम्मेदार है। वादी बारदा और पास के आइन अल फिजेह इलाके में विद्रोहियों द्वारा पानी की आपूति को नुकसान पहुंचाने सेदमिश्क में पानी की घोर किल्लत हो गई है। संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि दमिश्क और आसपास के इलाकों में 40 लाख लोग अब पानी के बगैर हैं। विश्व निकाय ने कहा, ‘दमिश्क के आसपास के लोग एक हफ्ते से अधिक समय से अपने घरों में पानी के बगैर हें और वे निजी विक्रेताओं से पानी खरीद रहे हैं जहां गुणवत्ता और कीमत पर कोई नियंत्रण नहीं है।’