फ्रांस की मशहूर एक्ट्रेस कैथरीन डेवन्यू ने कहा है कि पुरुषों को यौन शोषण और हिंसा के आरोपों के जरिए गलत तरीके से निशाने पर लिया जा रहा है। ऐसे में उन्हें महिलाओं को पीटने का अधिकार होना चाहिए। डेवन्यू उन 100 लोगों में शामिल हैं, जिन्होंने मंगलवार को ली मॉन्डे अखबार में प्रकाशित एक ओपन लेटर पर हस्ताक्षर किए थे। डेवन्यू के अलावा परफॉमर्स, स्कॉलर्स और बाकी क्षेत्रों से जुड़ी नामचीन हस्तियों ने इस लेटर पर साइन किए थे। लेटर के जरिए कहा गया था कि अमेरिकी निर्देशक हार्वे वीनस्टीन के मामले में शुरू हुए सेक्सुअल हिंसा के खिलाफ प्रदर्शन की बात काफी पुरानी हो गई है। ऐसे में नारीवादी संगठनों ने इस लेटर की और इस पर हस्ताक्षर करने वालों की कड़ी आलोचना की है। आपको बता दें कि वीनस्टीन के खिलाफ बीते सालों में कई नामी एक्ट्रेसेज ने यौन शोषण और छेड़छाड़ के मामले दर्ज कराए हैं। हालांकि, वीनस्टीन ने खुद पर लगे सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया है, मगर उन्होंने यह भी स्वीकारा है कि उनके बर्ताव से बहुत लोगों को ठेस पहुंची है।

ये बातें भी लिखी हैं लेटर में…
विवादित लेटर में कहा गया, “मर्द जब भी किसी को छूने या किस करने की कोशिश करते हैं, तो उन्हें उसके लिए सजा मिलती है। नौकरी से निकाल दिया जाता है। बलात्कार अपराध है। लेकिन किसी को सिड्यूस (आकर्षित) करना अपराध नहीं है। न ही मर्द कोई हमलावर हैं।” ओपन लेटर लिखने वालों ने तर्क दिया कि दुनिया में नए किस्म का नैतिकतावाद होना चाहिए।

और किसने किए हैं हस्ताक्षर?
फ्रेंच एक्ट्रेस के अलावा इस लेटर पर 99 और लोगों ने साइन किए जिसमें एक्ट्रेस क्रिस्टीन बॉइसन, पत्रकार एलिजाबेथ लेवी, ब्रिगिटे लहाई, 1970 के दौर की पॉर्न स्टार और वर्तमान में टॉक शो होस्ट कैथरीन मिलेट के अलावा लेखक और संपादक शामिल थे।

सड़क से सोशल मीडिया तक निंदा!
इस ओपन लेटर ने फ्रांस में नई बहस को जन्म दिया है। बुधवार को 30 नारीवादी महिलाओं के एक संगठन ने डेवन्यू और लेटर पर साइन करने वाले बाकी लोगों के खिलाफ बयान जारी किया। जबकि, सोशल मीडिया पर ढेर सारे लोगों ने उनके खिलाफ अपना गुस्सा और प्रतिक्रियाएं जाहिर कीं।