मलेशिया एयरलाइन्स के विमान एमएच-17 हादसे में मारे गए युवक की मां ने यूक्रेन के खिलाफ यूरोपीय संघ की मानवाधिकार अदालत में अपील दायर करते हुए आरोप लगाया है कि कीव देश के वायु क्षेत्र को बंद करने में नाकाम रहा।

जर्मनी के दैनिक ‘‘बिल्ड’’ की आज की एक खबर में कहा गया है कि स्ट्रासबर्ग की अदालत में पिछले सप्ताह अपनी शिकायत दर्ज कराने वाली इस महिला ने लापरवाही की वजह से लोगों के मारे जाने को लेकर यूक्रेन से 10 लाख डॉलर की क्षतिपूर्ति की मांग की है।

पूर्वी यूक्रेन में विद्रोहियों की पकड़ वाले इलाके में 17 जुलाई को बोइंग 777 में विस्फोट हो गया था जिससे उसमें सवार सभी 298 लोग मारे गए थे। इनमें से 193 डच नागरिक और चार जर्मन नागरिक थे।

कीव और पश्चिमी देशों ने अलगाववादियों पर आरोप लगाया है कि उन्होंने रूस से आपूर्ति की गई सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल से इस विमान को गिराया। मास्को ने इस आरोप का खंडन किया है।

बिल्ड की खबर के अनुसार, महिला ने कहा है कि जब देश के पूर्वी हिस्से में लड़ाई हो रही थी तो यूक्रेन को यात्री विमानों के लिए अपना वायु क्षेत्र बंद कर देना चाहिए था। महिला का तर्क है कि यूक्रेन ने इसलिए अपना वायु क्षेत्र बंद नहीं किया क्योंकि वह अपना हवाई किराया गंवाना नहीं चाहता था। अखबार के अनुसार, उन दिन हर दिन करीब 700 उड़ानें यूक्रेन से आगे तक जाती थीं और एक माह में लाखों डॉलर का राजस्व मिलता था।