कनाडा इस्लामी स्टेट समूह द्वारा उत्पीड़ित 1,200 यजीदी शरणार्थियों का पुनर्वास करेगा। कनाडा के आव्रजन मंत्री ने यह बात कही है। इसमें से करीब 400 शरणार्थियों को पहले ही कनाडा पहुंचाया जा चुका है। आव्रजन मंत्री अहमद हुसैन ने मंगलवार (21 फरवरी) को इस्लामिक स्टेट के लिए अरबी नाम का इस्तेमाल करते हुये कहा, ‘हमारा अभियान चल रहा है और ‘दाएश’ के कहर से जीवित बचे व्यक्ति माह के अंत में पुनर्वास के लिए कनाडा पहुंच रहे हैं। इसकी शुरुआत 25 अक्तूबर 2016 को हुयी थी।’ उन्होंने कहा, ‘हमारी सरकार दाएश के उत्पीड़ित व्यक्तियों और उनके परिवार के करीब 1,200 सदस्यों का पुनर्वास करेगी।’’

उल्लेखनीय है कि संसद के पारित पिछले प्रस्ताव में कहा गया था कि इस्लामी चरमपंथी समूह के हाथों इराक के यजीदियों को ‘नरसंहार’ का सामना करना पड़ रहा है, जिसके बाद इस प्रकार की पहल की गयी। वास्तव में इस पहल का मूल लक्ष्य खतरे में पड़ी महिलाओं और लड़कियों को सुरक्षित लाना था, लेकिन हुसैन ने कल एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ओटावा को पता चला है कि ‘दाएश जानबूझकर लड़कों को भी निशाना बना रहा है और हम दाएश के उत्पीड़ित सभी जीवित बचे बच्चों और लोगों की पुनर्वास में मदद कर रहे हैं।’ हुसैन ने कहा कि आव्रजक वाणिज्यिक विमान के जरिये ‘नियंत्रित गति’ से यहां पहुंच रहे हैं। इस अभियान में करीब 2.8 करोड़ कनाडाई डॉलर का खर्च होने का अनुमान है। उल्लेखनीय है कि साल 2015 के अंत में सत्ता में आने के बाद से प्रधानमंत्री जस्टिन त्रुदू सरकार अभी तक 40,000 सीरियाई शरणार्थियों का पुनर्वास कर चुकी है।

इस्लामिक स्टेट का टॉप कमांडर सीरिया में ढेर, सीरियाई हवाई हमले में मारा गया

अमेरिका के एक वरिष्ठ रक्षा अधिकारी ने इस बात की पुष्टि कि की इस्लामिक स्टेट का एक शीर्ष कमांडर सीरिया में गठबंधन बलों के हवाई हमले में मारा गया है। अधिकारी ने बताया कि अबू जंदाल अल-कुवैती सोमवार को तबका बांध के पास मारा गया। वह रक्का में मौजूद समूह का सरगना था। उसपर अधिक जानकारी अभी नहीं मिल पाई है। ब्रिटेन आधारित सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्युमन राइट्स ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि अमेरिकी नेतृत्व वाले गठबंधन के विमान ने उसको निशाना बनाया था।

आईएस समर्थकों ने मंगलवार (27 दिसंबर, 2016) को सोशल मीडिया पर भी उसके मारे जाने के संकेत दिए थे। अमेरिकी पुष्टि उसकी मौत पर गठबंधन बलों की पहली औपचारिक स्वीकृति है। अमेरिका समर्थित ‘सीरियन डेमाक्रेटिक फोर्सेज’ सामरिक महत्व वाले बांध के पास इस्लामिक स्टेट के आतंकियों से लड़ रहा है और गठबंधन बलों की ओर से वहां हवाई हमले भी किए जा रहे हैं।