कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने भारत से तो रिश्ते खराब कर लिए हैं, लेकिन उनकी अपनी पार्टी में भी सांसदों से अच्छे रिश्ते नहीं है। ट्रुडो को अपनी लिबरल पार्टी में बगावत का सामना करना पड़ रहा है। जस्टिन ट्रुडो की ही पार्टी की सांसद सीन केसी ने ट्रूडो के इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने यहां तक कह दिया कि अब ट्रुडो के जाने का वक्त आ चुका है। लिबरल पार्टी के 30 से अधिक सांसद ट्रुडो से इस्तीफा मांग रहे हैं।
कौन हो सकता ट्रुडो का विकल्प?
अब बड़ा सवाल उठ रहा है कि अगर अगले साल आम चुनाव से पहले ट्रूडो को पार्टी लीडर के पद से हटाया जाता है तो कौन उनकी जगह लेगा? ऐसे में कनाडा की उप प्रधानमंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड का नाम सामने आ रहा है, जो विपक्षी कंजर्वेटिव पार्टी को टक्कर दे सकती हैं। क्रिस्टिया फ्रीलैंड अभी कनाडा की उप प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री हैं। आम लोगों के बीच उनकी छवि बहुत अच्छी है और माना जा रहा है कि पार्टी को इस मुश्किल घड़ी से वही निकाल सकती हैं।
कौन हैं क्रिस्टिया फ्रीलैंड?
क्रिस्टिया फ्रीलैंड पहली बार जुलाई 2013 में टोरंटो सेंटर के लिए संसद सदस्य के रूप में चुनी गई थीं। वह अक्टूबर 2015 में यूनिवर्सिटी-रोज़डेल के लिए संसद सदस्य के रूप में चुनी गईं और अक्टूबर 2019 और सितंबर 2021 में फिर से चुनी गईं।
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2015 से 2017 तक फ़्रीलैंड ने कनाडा के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मंत्री के रूप में कार्य किया और यूरोपीय संघ, CETA के साथ कनाडा के मुक्त व्यापार समझौते की सफल बातचीत की देखरेख की। जनवरी 2017 से नवंबर 2019 तक उन्होंने कनाडा की विदेश मंत्री के रूप में कार्य किया। इस दौरान वह दुनिया भर में लोकतंत्र, मानवाधिकार और बहुपक्षवाद की वकालत थीं। विदेश मंत्री के रूप में उन्होंने कनाडा, मैक्सिको और अमेरिका के बीच उत्तरी अमेरिकी मुक्त व्यापार समझौते पर दोबारा बातचीत का नेतृत्व किया और इसे सफलतापूर्वक पूरा किया।
नवंबर 2019 में फ्रीलैंड को कनाडा का उप प्रधानमंत्री और सरकारी मामलों का मंत्री नियुक्त किया गया था। इस दौरान उन्होंने COVID-19 महामारी के प्रति कनाडा का नेतृत्व किया। उन्हें अगस्त 2020 में वित्त मंत्री नियुक्त किया गया था। वित्त मंत्री के रूप में उन्होंने शानदार काम किया।
एक प्रतिष्ठित पत्रकार और लेखक के रूप में प्रसिद्ध फ्रीलैंड का जन्म पीस रिवर (अल्बर्टा) में हुआ था। उन्होंने हार्वर्ड विश्वविद्यालय में पढ़ाई की। फाइनेंशियल टाइम्स, द वाशिंगटन पोस्ट और द इकोनॉमिस्ट के लिए यूक्रेन स्थित फ्रीलांस पत्रकार के रूप में पत्रकारिता में अपना करियर शुरू करने के बाद फ्रीलैंड ने लंदन के फाइनेंशियल टाइम्स में विभिन्न भूमिकाएं निभाईं। इसके बाद उन्होंने 1999 और 2001 के बीच टोरंटो स्थित ग्लोब एंड मेल के डिप्टी एडिटर के रूप में काम किया। 2010 में वह थॉमसन रॉयटर्स में काम करने लगीं। वह कंपनी की प्रबंध निदेशक थीं। उन्होंने 2013 में राजनीति में प्रवेश करने का फैसला किया।