सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग के जरिये जहालत फैलाने वाले लोग कथित रुप से विकसित देशों में भी मौजूद हैं। ऐसे ही ट्रोलिंग का शिकार हुए हैं ब्रिटेन के क्रिकेटर मोइन अली। मोइन अली पेंटिंग के जरिये चैरिटी करना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने खुद से दुनिया के महान क्रिकेटर सर विव रिचर्ड्स की एक पेंटिंग बनाई और अपने ट्विटर फॉलोअर्स से अपील की कि वे इसकी बोली लगाएं। क्रिकेट यूनाइटेड नाम की संस्था इस पेटिंग की नीलामी करने वाली थी। ये संस्था क्रिकट चैरिटी अवैयरनेस कैम्पेन चलाती है। अपने फॉलोअर्स से मदद की उम्मीद लिये बैठे मोइन अली को तब बड़ी निराशा हुई जब कुछ मुस्लिम समुदाय के लोग उनकी मदद करने के बजाय उन्हें इस्लाम पर ज्ञान देने लगे। इन लोगों ने कहा कि आपने इस्लाम के सिद्धांतों की खिल्ली उड़ाई है। क्या आपको पता नहीं है कि इस्लाम में चित्रकारी हराम है?
Please do support @CricketUnited and bid on my drawing of Sir Viv to support @PCA @Chance2Shine @LordsTaverners https://t.co/EB2pbSjufX pic.twitter.com/apaQ80PAoG
— Moeen Ali (@MoeenAli) July 26, 2017
मोइन अली को सलाह देते हुए मोहम्मद उम्मैद नाम के एक शख्स ने लिखा जो कि ट्विटर पर खुद संगीतकार बताता है, ‘ भाई इस्लाम में पेटिंग की आज्ञा नहीं है, फंड जुटाने के लिए तुम कुछ और कर सकते हो, तुम्हारी मंशा ठीक है लेकिन अच्छे कामों को करने के लिए हराम का रास्ता मत चुनो।’ इंजीनियर मोहम्मद जिशान ने लिखा, ‘ क्या आपको नहीं पता है भाईजान, इस तरह की पेटिंग, ड्राइंग बनाने की इस्लाम में अनुमति नहीं है, जहां तक मेरा छोटा सा ज्ञान है।’ सैयद नावेद ने भी लिखा है कि इस्लाम में ऐसी चीजों की मनाही है।’ हालांकि कई यूजर्स ने मोइन अली के पहल की तारीफ भी की और उन्हें मदद करने का वादा किया।
Bro painting is not allowed in Islam. U can try something else to raise funds. Ur intentions r clean but avoid haraam ways 4 noble causes
— mohammad umair (@umairdotansari) July 31, 2017
dont u know brother, to draw such paintings/drawings is NOT allowed in Islam? as per my little knowledge.
— EngrMuhammad Zeeshan (@engr_zeeshi) July 26, 2017
No editing in ISLAM does not allow such hypocritical activities not allowed. Hope u understood?
— Syed naveed (@syednaveed331) August 3, 2017
— EngrMuhammad Zeeshan (@engr_zeeshi) August 2, 2017
बता दें कि 30 साल के मोइन अली ब्रिटेन के बड़े मुस्लिम चेहरों में से एक हैं। मोइन अली दाढ़ी रखते हैं और अपने मजहब का भी पालन करते हैं, लेकिन वे कट्टरता से कोसों दूर हैं। मोइन अली का मानना है कि ब्रिटेन में मौजूद एशियाई समुदाय के लोगों में गजब की क्रिकेटिंग क्षमता है। इस क्षमता को निखारने की जरूरत है और इसे एक प्लेटफॉर्म चाहिए।