Brazil Police Operation: ब्राजील में ड्रग गैंग के खिलाफ पुलिस ने बड़ा अभियान चलाया है। पुलिस ने इस अभियान के तहत रियो डि जेनेरियो अब तक ड्रग गिरोह के 132 लोगों को मार गिराया है। पुलिस की कार्रवाई के रियो डि जेनेरियो की सड़कें लाशों से पट गईं। राज्य पुलिस ने कहा कि एक बड़े ड्रग गैंग को निशाना बनाकर की गई कार्रवाई की योजना दो महीने पहले से बनाई गई थी। स्थानीय लोगों ने पुलिस पर नरसंहार करने का आरोप लगाया है।

रियो डी जेनेरियो के बाहरी इलाके में एक चौराहे पर फुटपाथ पर इन लोगों के शव एक ही कतार में रखे गए थे। निवासियों ने बताया कि कई लोगों के शवों को उनके रिश्तेदारों द्वारा पहचाने जाने के लिए उनके अंडरवियर तक उतार दिए गए थे, जबकि अन्य को चादरों से ढक दिया गया था।

यह सब कैसे हुआ?

ब्राजील की राज्य पुलिस ने कहा कि एक बड़े ड्रग गिरोह को ध्वस्त करने के उद्देश्य से की गई छापेमारी की योजना दो महीने से अधिक समय से बनाई जा रही थी। इस प्लानिंग का उद्देश्य संदिग्धों को जंगली पहाड़ी क्षेत्र में ले जाना था, जहां उन्हें रोकने के लिए एक विशेष ऑपरेशन इकाई तैनात की गई थी।

रियो राज्य के सुरक्षा प्रमुख विक्टर सैंटोस ने रॉयटर्स के हवाले से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “इस ऑपरेशन की अत्यधिक मारक क्षमता अपेक्षित तो थी, लेकिन वांछित नहीं थी।” उन्होंने आगे कहा कि अधिकारी पुलिस के “दुर्व्यवहार” के किसी भी मामले की जांच करेंगे। रियो के पेन्हा पड़ोस के निवासियों ने रात भर आसपास के जंगल से दर्जनों शव एकत्र किए और उनमें से 70 से अधिक को मुख्य सड़क के बीचोंबीच रख दिया।

न्यू यॉर्क टाइम्स ने उस इलाके के एक सामुदायिक नेता रेने सिल्वा के हवाले से कहा, “और भी लाशें आती रहीं,” जहाँ छापे पड़े थे। उन्होंने अनुमान लगाया कि वालंटियर ने रात भर में 50 से 60 लाशें बरामद कीं। सिल्वा ने आगे कहा, “माँएं, पत्नियाँ, बच्चे वहाँ रो रहे थे।”

हालांकि, इस बात को लेकर अनिश्चितता बनी रही कि यह बड़े पैमाने पर किया गया अभियान कैसे आगे बढ़ा और पीड़ितों में आम नागरिक भी शामिल थे या नहीं। बाद में एक अधिकारी ने स्वीकार किया कि अभियान एक शीर्ष गिरोह नेता को पकड़ने के अपने लक्ष्य में सफल नहीं हो पाया।

राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला दा सिल्वा ने बुधवार को एक मंत्रिस्तरीय समिति को रियो डी जेनेरो भेजा तथा फोरेंसिक जांच के लिए संघीय समर्थन का वादा किया। लूला ने एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से कहा, “हम यह स्वीकार नहीं कर सकते कि संगठित अपराध परिवारों को नष्ट करना, निवासियों पर अत्याचार करना तथा शहरों में नशीली दवाओं और हिंसा को फैलाना जारी रखे हुए है।”

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रियो राज्य के गवर्नर क्लाउडियो कास्त्रो ने छापों को एक सफल अभियान बताया, क्योंकि उन्होंने रेड कमांड गिरोह के 113 कथित सदस्यों की गिरफ्तारी के साथ-साथ 118 हथियारों और बड़ी मात्रा में ड्रग्स की जब्ती का हवाला दिया। कास्त्रो ने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य रेड कमांड के बढ़ते प्रभाव को रोकना तथा गिरोह को शहर के बड़े हिस्से पर अपना नियंत्रण बढ़ाने से रोकना था।

यह छापे ब्राज़ील के इतिहास में सबसे घातक पुलिस कार्रवाई साबित हुए हैं। इससे पहले सबसे ज़्यादा मौतें 2021 में दर्ज की गई थीं, जब रियो के जकारेज़िन्हो इलाके में पुलिस की नशीली दवाओं के ख़िलाफ़ छापेमारी के दौरान 28 लोग मारे गए थे।

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