Migrant Boat Sank: यमन के तट पर प्रवासियों को ले जा रही एक नाव डूब गई। इस हादसे में करीब 49 लोगों की जान चली गई और 140 लोग लापता हो गए। संयुक्त राष्ट्र के अंतरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन (IOM) ने मंगलवार को इस बात की जानकारी दी। लापता लोगों की तलाश के लिए कई टीमों ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया है।

आईओएम ने एक बयान में बताया कि नाव अदन की खाड़ी में 320 किलोमीटर (200 मील) की दूरी पर सोमालिया के उत्तरी तट से करीब 260 सोमालियाई और इथियोपियाई लोगों को लेकर जा रही थी। लेकिन यह यमन के दक्षिण तट पर डूब गई। लापता लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है और अब तक 71 लोगों को बचाया जा चुका है। मरने वाले लोगों में 31 महिलाएं और 6 बच्चे भी शामिल हैं।

प्रवासियों की संख्या में हुई बढ़ोतरी

यमन पूर्वी अफ्रीका और हॉर्न ऑफ अफ्रीका से काम के लिए खाड़ी देशों में आने के लिए एक बहुत ही जरूरी रास्ता है। आईओएम ने पिछले महीने कहा था कि यमन में लगभग एक दशक लंबे गृह युद्ध के बावजूद भी आने वाले प्रवासियों की संख्या में तीन गुना की बढ़ोतरी हुई है। यह 2021 में लगभग 27 हजार से बढ़कर 90,000 हजार से ज्यादा पहुंच गई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस समय लगभग 3,80,000 प्रवासी यमन में मौजूद हैं।

भीड़भाड़ वाली नावों से लाल सागर ले जाते तस्कर

तस्कर लोगों को यमन पहुंचाने के लिए अक्सर भीड़भाड़ वाली नावों पर लाल सागर और अदन की खाड़ी में ले जाते हैं। इसी वजह से हादसों में लगातार बढ़ोतरी होती जा रही है। अप्रैल के महीने में यमने पहुंचने की कोशिश में जिबूती के तट पर दो जहाजों के हादसे में कम से कम 62 लोगों की जान चली गई थी। आईओएम ने बताया कि इस रास्ते पर कम से कम 1,860 लोग मारे गए या लापता हो गए हैं।

इनमें से 480 लोग डूब गए हैं। आईओएम के प्रवक्ता मोहम्मदअली अबुनाजेला ने कहा कि सोमवार को प्रवासियों का डूबना हम सब के लिए इस बात का संकेत है कि उन सभी के लिए जल्द से जल्द कुछ सुरक्षा के उपाय किए जाएं।