जापान की एक महिला को हांगकांग एयरपोर्ट पर फ्लाइट पकड़ने से पहले जबरन प्रेगनेंसी टेस्ट करवाना पड़ा। महिला के मना करने के बावजूद एस्कॉर्ट उन्हें बाथरूम में ले गए और फिर टेस्ट करवाया गया। महिला का नाम मोदीर निशीदा (25) है। वह हांगकांग एक्सप्रेस की फ्लाइट से सायपन जा रही थीं।
महिला ने चेकिंग के दौरान एस्कॉर्ट्स से कई बार कहा कि वह प्रेगनेंट नहीं है लेकिन एस्कॉर्ट्स ने उनकी एक नहीं सुनी। एस्कॉर्ट्स का कहना था कि महिला फिट नहीं थीं और उनके शरीर को देख कर ऐसा लग रहा था जैसे वह प्रेगनेंट हो। एस्कॉर्ट्स ने इसी को आधार बनाते हुए महिला को जबरन पकड़कर पब्लिक टॉयलेट में लगे। महिला से पेशाब करने के लिए कहा गया और जांच में पाया गया कि वह प्रेगनेंट नहीं है।
एस्कॉर्ट्स के जबरन टेस्ट करने की महिला ने कड़ी आलोचना की है। निशिदा ने कहा है कि यह बहुत अपमानजनक और निराशाजनक था। महिला ने कहा कि मैंने प्रश्नावली में पहले ही इस बात का जवाब दे दिया था कि मैं प्रेगनेंट नहीं हूं लेकिन फिर भी मेरा टेस्ट करवाया गया।’ वहीं एस्कॉर्ट्स के जबरन टेस्ट करवाने पर महिला को हुई परेशानी लिए विमानन कंपनी ने माफी मांगी है। कंपनी ने कहा है कि ‘हमने इसकी समीक्षा करने के बाद इस प्रैक्टिस को तुरंत बंद कर दिया है। हमें निशिदा को हुई परेशानी के लिए क्षमा चाहते हैं।
बता दें कि विमानन कंपनी 27 से 28 हफ्तों की गर्भवती महिलाओं को जहाज में उड़ने की अनुमति देती हैं। वहीं कुछ कंपनियां ऐसी भी हैं जो प्रेगनेंट महिलाओं को सफर की अनुमति नहीं देती। फ्लाइट में उड़ान के दौरान ऐसे कई सारे मामले देखे गए हैं जब कोई प्रेगनेंट महिला बच्चे को जन्म दे देती है। ऐसे में फ्लाइट पकड़ने से पहले महिलाओं को प्रेगनेंसी के बारे में प्रश्नावली में बताना होता है इसके अलावा चेकिंग के दौरान भी इसकी जांच की जाती है।
